म्यूजियम में 70 से अधिक उल्कापिंडों के नमूने हैं, जिनमें कुछ मंगल, क्षुद्रग्रह ‘वेस्ता’ और चंद्रमा की चट्टानों से बने बताए गए हैं। इसके अलावा 120 से अधिक खगोलीय संरचना की आकृतियां भी प्रदर्शित की गई हैं।
म्यूजियम की इमारत ऑकुलस (आंख जैसी आकृति), उल्टा गुंबद और गोलाकार तीन आकृतियों में बनी हुई है। ऑकुलस मुख्य प्रवेश द्वार है, यहां धूपघड़ी भी आकर्षण का केंद्र है। उल्टा गुंबद कांच से बनी संरचना है, जो आकाशीय दृश्य दिखाती है। गोलाकर आकृति में सैलानी भारहीनता का अनुभव कर सकेंगे।