एक सेमीकंडक्टर फैक्ट्री में किए गए शोध में साइकॉलजिस्ट डैन एरियली ने पिज्जा खिलाना एम्प्लॉइज के लिए इंसेटिव की तरह काम करता है। शोध के शुरूआती हफ्ते में कर्मचारियों को तीन तरह के मौसेज भेजे गए, जिसमें पहले मैसेज में कर्मचारियों को दो हजार रुपए का कैश दिया गया। दूसरे मैसेज में कहा गया कि बॉस उनकी तारीफ करेंगे और तीसरे मैसेज में उन्हें मुफ्त पिज्जा वाउचर देने की बात रखी गई। इसके बाद शोध में पाया गया कि जिन लोगों को पिज्जा वाला मैसेज किया गया था उनकी प्रोडक्टिविटी में अन्य कर्मचारियों की अपेक्षा 6.7 फीसदी बढ़ी।
इससे पहले भी एक शोध में साबित हो चुका है कि एक सामान्य व्यक्ति प्रतिदिन 8 से 9 घंटे तक काम करता है, इस कारण वे काफी तनाव में रहते हैं और इसी तरह वे ब्लड प्रेशर, शुगर की चपेट में आसानी से आ जाते हैं। इस दुनिया में बहुत कम ऐसी चीज़ें हैं जो हमेशा स्थिर रहती हैं। कुदरत का सबसे विख्यात और सर्वोपरि नियम है की सबकुछ समय के साथ बहता है। कोई भी चीज चाहे कितना भी बांध कर रखी जाए हमेशा ढीली होकर बिखर जाती है। चाहे कोई छुपी हुई बात हो या फिर मुनाफे का मौसम हो सब बदल जाता है। इसीलिए शोध में किए गए इस दावे की मानें तो हर हफ्ते अगर बोस अपने कर्मचारियों के लिए ये छोटा सा प्रयास करे और निकालकर इन क्रियाओं को करें तो कर्मचारियों को मानसिक तनाव व अन्य विकारों से मुक्ति मिलेगी। इसके साथ-साथ कार्यक्षमता में भी वृद्धि होगी।