एक रिपोर्ट के मुताबिक, रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले साल एक मीडिया समूह ने SafeGraph का डेटा इस्तेमाल किया था। इस डेटा के जरिए यह दिखाने की कोशिश की गई थी कि लोग कोरोना संक्रमण के कारण लगे लॉकडाउन में ढील के बाद कैसे अपना समय व्यतीत कर रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक, SafeGraph ऐप में निवेश करने वाले निवेशकों में से एक साउदी इंटेलिजेंस के पूर्व प्रमुख शामिल हैं। यह उन कंपनियों में से एक है, जो एंड्राइड ऐप में प्लग-इन के माध्यम से यूजर्स का लोकेशन डेटा इक्ट्ठा करती है।
यूजर्स की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए गूगल ने सेफग्राफ (SafeGraph) के साथ काम करने वाले मोबाइल ऐप को भी अपने प्लेटफॉर्म से लोकेशन डेटा कलेक्ट करने वाले कोड्स हटाने के निर्देश दिए हैं। बताया गया कि यह ऐप सरकारी संस्थाओं और उद्योगों को लोकेशन डेटा बेचता है। फिलहाल सेफग्राफ की तरह से अभी तक बैन को लेकर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।
Bolo Indya पर भी लग चुका है प्रतिबंध गौरतलब है कि गूगल ने इससे पहले जून में Bolo Indya ऐप को अपने प्लेटफॉर्म से हटा दिया था। दरअसल, Bolo Indya पर कॉपीराइट के उल्लंघन का आरोप लगा था। इस मामले में म्यूजिक कंपनी T-Series की ओर से शिकायत दर्ज की गई थी।
टी-सीरीज की शिकायत पर गूगल ने की कार्रवाई टी-सीरीज के मुताबिक, ज्यादातर कंपनियों ने कंपनी के साथ विवाद सुलझा लिया है, लेकिन Bolo Indya ने अभी तक समझौता नहीं किया। Bolo Indya एक आदतन अपराधी है। हमने उन्हें कई कानूनी नोटिस भेजे थे।टी-सीरीज का कहना है कि Bolo Indya ने नोटिस देने के बावजूद भी हमारे कॉपीराइट का उल्लंघन करना जारी रखा। इसके बाद Google को कानून के उल्लंघन करने के आरोप में Bolo Indya ऐप के खिलाफ सख्त कदम उठाने के लिए पत्र लिखना पड़ा था।