scriptकंपनी के सिस्टम को हैकर्स की बुरी नजर से ऐसे बचाएं | Hacker-Proof Business Guide: Efficient Method to Keep Your System safe | Patrika News

कंपनी के सिस्टम को हैकर्स की बुरी नजर से ऐसे बचाएं

locationजयपुरPublished: Jun 14, 2021 04:49:20 pm

Submitted by:

Mohmad Imran

बीते दो साल से लॉकडाउन और कोरोना प्रोटोकॉल के चलते अधिकांश व्यवसाय और कंपनियां रिमोट वर्किंग कर रही हैं। लेकिन इसका फायदा उठाकर हैकर्स और साइबर हमलावर भी कंपनी के सिस्टम को हैक कर उनकी महत्त्वपूर्ण जानकारियां चुराकर, ब्लैकमेल कर मुंहमांगा पैसा मांग रहे हैं। इस वजह से, विभिन्न संगठन अब अपने सिस्टम की सुरक्षा सुविधाओं को बेहतर बनाने के प्रभावी तरीके खोज रहे हैं।

कंपनी के सिस्टम को हैकर्स की बुरी नजर से ऐसे बचाएं

कंपनी के सिस्टम को हैकर्स की बुरी नजर से ऐसे बचाएं

500 गुना बढ़े मामले: मार्च 2020 से लगातार सिस्टम हैकिंग में 500 फीसदी और फिशिंग हमलों (ईमेल, इंस्टेंट मैसेज या टेक्स्ट मैसेज भेजकर लॉगिन, क्रेडेंशियल्स और क्रेडिट कार्ड डेटा चुराना) में 2000 फीसदी का उछाल आया है। यदि आप इन हमलों से बचना चाहते हैं, तो आप इन तरीकों को आजमा सकते हैं।

कंपनी के सिस्टम को हैकर्स की बुरी नजर से ऐसे बचाएं
सिक्योरिटी मैगजीन की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, कई कंपनियां अब बड़ी साइबर सिक्योरिटी फर्मों के साथ साझेदारी कर रही हैं ताकि अपने सिस्टम को फिशिंग अटैक और हैक होने से बचा सकें। वहीं ट्राएंगल बिजनेस जर्नल की सलाह है कि कंपनियां और अन्य व्यवसाय विशेषज्ञों से कंपनी के सिस्टम की नियमित अंतराल पर सुरक्षा जांच भी करवाएं। इससे आपको अपने सॉफ्टवेयर की खामियों और कमजोरियों की पहचान करने में मदद मिलेगी।
कंपनी के सिस्टम को हैकर्स की बुरी नजर से ऐसे बचाएं
इसके अलावा सिक्योरिटी फर्म कंपनी की क्लाउड सर्विसेज, वेबसाइट, सॉफ्टवेयर, मोबाइल ऐप और रिमोट एक्सेस की सुरक्षा का भी आकलन करते हैं। इसके अलावा अलग-अलग लेकिन विश्वसनीय टूल का उपयोग करें जो आपके नेटवर्क और सिस्टम की निगरानी कर सकें। अपने सभी कर्मचारियों को साइबर सुरक्षा जागरूकता के तहत प्रशिक्षण दिलवाएं। साथ ही, एकपट्र्स से इन्फॉर्मेशन सिक्योरिटी प्रोग्राम की भी समय-समय पर जांच करवाएं।
कंपनी के सिस्टम को हैकर्स की बुरी नजर से ऐसे बचाएं

यह भी जरूर आजमाएं
01. पासवर्ड मैनेजमेंट सिस्टम-
यह सुरक्षित और आजमाया हुआ है। अधिकतर बड़ी कंपनियां इसे अपना रही हैं।
02. टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन- पासवर्ड की तुलना में टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन ज्यादा सुरक्षित है। यह अनधिकृत उपकरणों को सुरक्षा घेरा तोडऩे से रोकने में मदद करते हैं।

कंपनी के सिस्टम को हैकर्स की बुरी नजर से ऐसे बचाएं

03. नीड टू नो रूल
अपने नेटवर्क को सुरक्षित करने के लिए अपडेटेड एंटीवायरस सॉफ्टवेयर रखें और एप्लिकेशन अपडेट लागू करें। आप यह भी नियंत्रित करें कि कौन-व्यक्ति किस तरह के डेटा को ऐसेस कर सकता है। दरअसल, अधिकांश कर्मचारियों को हर डेटा तक पहुंच की जरूरत नहीं होती। इसलिए ‘नीड टू नो’ नियम लागू करें। यदि कोई कर्मचारी किसी दिए गए सिस्टम या डेटा का उपयोग किए बिना अपना काम कर सकता हैए तो उसे लॉक कर दिया जाना चाहिए। यही आगंतुकों पर भी लागू होना चाहिए। याद रखें, अगर कंपनी में ऐसे लोगों की तादाद कम है जिनके पास आपके डेटा तक पहुंच है, तो आप अपने कंपनी के डाटा को अनाधिकृत लोगों के हाथों में जाने से बचा सकते हैं।

कंपनी के सिस्टम को हैकर्स की बुरी नजर से ऐसे बचाएं
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो