पहला रिसर्च वेसल सागर तारा हुआ लांच, टीटागढ़ वैगंस के नाम जुड़ी यह बड़ी उपलब्धि बता दें कि जर्नल ‘पर्सेप्शन’ में प्रकाशित एक शोध में कहा गया है कि सामाजिक मेलजोल के दौरान आई कांटेक्ट को महत्वपूर्ण माना जाता है, जबकि बहुत से लोगों का मानना है कि डायरेक्ट आई कांटेक्ट से भय बना रहता है। लेकिन सिर का झुकाव लोगों को आंख की तरफ देखने को ज्यादा दिखाता है और भय नहीं रहने का संकेत देता है। ऐसे में चेहरे की भाव-भंगिमा को समझना काफी महत्वपूर्ण है।
आंखों की रोशनी जाने के खतरे से निजात दिलाएगी यह नई दवा, पुराने जख्म भी हो सकेंगे ठीक इस शोध के बारे में कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, सांता क्रूज के मनोविज्ञान की सहायक प्रोफेशसर निकोलस डाविडेनको का कहना है कि आंखों की तरफ देखना आपको ज्यादा सूचनाएं जुटाने में मददगार होता है। जबकि इसके विपरीत, आई कांटेक्ट बनाए बिना किसी बात को कहना या कुछ प्रदर्शित करना एक गैर जिम्मेदाराना रवैया प्रदर्शित करता है।