एक अंग्रेजी चैनल के मुताबिक ओस्मानिया यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर एस रामचंद्रम ने बताया, ‘तीन दिसंबर को एमएससी फ़िजिक्स के छात्र मुरली ने कैंपस में खुदकुशी कर ली और तभी से विश्वविद्यालय प्रशासन को छात्रों से दो धमकियां मिली हैं।’ एस. रामचंद्रम बताते हैं, “कैंपस को हिला देने वाले हालिया घटनाक्रम के मद्देनज़र यूनिवर्सिटी और भारतीय विज्ञान कांग्रेस के अधिकारियों और सरकार के प्रतिनिधियों ने मिलकर ये फैसला लिया है।” यूनिवर्सिटी की तरफ़ से जारी की प्रेस रिलीज़ में ये कहा गया है कि वे लोग पिछले तीन महीनों से इसके लिए कड़ी मेहनत कर रहे थे। यहां तक कि भारतीय विज्ञान कांग्रेस के शेड्यूल को देखते हुए छात्रों की परीक्षाओं की तारीख में भी बदलाव किया गया।
27 दिसंबर को कोलकाता में साइंस कांग्रेस की कार्यकारी समिति की एक बैठक होने जा रही है। इस मीटिंग में 2018 की साइंस कांग्रेस के बारे में फैसला लिया जा सकता है। एक प्रोफेसर का कहना है, ‘अगर राज्य सरकार साइंस कांग्रेस का वेन्यू बदलना चाहती है तो हमें इस पर एतराज नहीं है। लेकिन राज्य सरकार के समर्थन के बिना हम इसका आयोजन नहीं कर सकते हैं’ उन्होंने यह भी बताया कि 10,000 से ज्यादा डेलीगेट्स ने इस इवेंट के लिए अपने टिकट्स बुक करा लिए हैं। इनमें नोबेल पुरस्कार विजेता से लेकर विदेशी वैज्ञानिक तक शामिल हैं।
इस मौके पर ओस्मानिया यूनिवर्सिटी का कदम पीछे खींचना तकलीफदेह है। हैदराबाद पुलिस लोकल मीडिया में पुलिस के हवाले से कहा जा रहा है कि कुछ दलित और अल्पसंख्यक छात्र साइंस कांग्रेस के दौरान विरोध प्रदर्शन कर सकते हैं। हैदराबाद के पुलिस कमिश्नर श्रीनिवास राव ने मंगलवार को सुरक्षा तैयारियों का जायजा लेने के लिए ओस्मानिया यूनिवर्सिटी के ग्राउंड्स का निरीक्षण किया। पुलिस ने मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव और केंद्रीय विज्ञान एवं टेक्नॉलॉजी मंत्रालय को कैंपस की परिस्थितियों के बारे में अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। आगे इस रिपोर्ट के मद्देनज़र आगे की कार्यवाही की जाएगी।