‘आनंद’ उपग्रह स्टार्टअप के लिए खुले अंतरिक्ष द्वार
भारतीय अंतरिक्ष एंजेसी इसरो ‘इन-स्पेस’ इनिशिएटिव के तहत 2022 में पहली बार किसी स्वदेशी स्टार्टअप (बैंगलूरु की पिक्सल कंपनी) द्वारा बनाए पहले सैटेलाइट ‘आनंद’ को पृथ्वी की कक्षा में लॉन्च करेगा। इसरो, दिसंबर 2021-2022 तक स्वदेशी अंतरिक्ष यान ‘गगनयान’ से अपना पहला मानव मिशन भी भेजेगा।
चिप पर लैब खतरनाक वायरस की होगी पहचान
जीन एडिटिंग तकनीक का उपयोग ऐसी चिप बनाने के लिए भी किया जा रहा है जिसे भविष्य में कोरोनो जैसे खतरनाक वायरस से संक्रमित लोगों को पहचानने में मदद मिलेगी। यह चिप अपने आप में एक लैब जितनी सक्षम होगी। यह सामान्य लक्षणों के न दिखाई देने पर भी संक्रमण की पुष्टि कर सकेगी।
लिविंग पॉड्स चलता-फिरता घर व ऑफिस
साल 2030 तक अंडेनुमा कोकून जैसे वॉकिंग और लिविंग पॉड्स का दौर शुरू हो जाएगा। 2025 तक दुनिया में करीब 75 अरब आइओटी (इंटरनेट ऑफ थिंग्स) उपकरण घरों व पॉड्स में होंगे। कार्बन फुटप्रिंट भी घटेगा।
ब्लॉकचेन स्मार्टफोन का आया दौर
नए जमाने का बहीखाता है ब्लॉकचेन, एक ऐसा डिजिटल हिसाब-किताब जो इकोनॉमिक डेटा को रिकॉर्ड करता है।
क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने वालों के लिए अब ब्लॉकचेन स्मार्टफोन भी उपलब्ध हैं। यह ‘हार्डवेयर वॉलेट’ के साथ आता है जो क्रिप्टोकरेंसी धारकों के लिए एक ऑफलाइन डिजिटल तिजोरी के रूप में काम करता है। यह निजी जानकारी के अलावा क्रिप्टोकरेंसी कोड्स की सुरक्षा करता है। ब्लॉकचेन डिवाइस में डिसेंट्रलाइज्ड ऐप (डीऐप) और प्लेटफॉर्म पहले से इंस्टॉल होते हैं।
2024 तक 85% 5G सब्सक्राइबर्स स्मार्टफोन
नेटवर्क सर्विस प्रदाता टेलीकॉम कंपनियां नए साल से दुनियाभर में 5जी नेटवर्क की शुरुआत करेंगी। 5० ऑपरेटर्स, 30 से ज्यादा देशों में साल के आखिर तक सेवाएं दे रहे होंगे। वहीं 60 फीसदी स्मार्टफोन 5जी होंगे, जो 2024 तक बढ़कर 85 फीसदी हो जाएंगे।
नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेस
यह तकनीक स्मार्ट मशीनों को मानव भाषा समझने की क्षमता देती है। हम भी जल्द ही कॉॅमिक पात्र आयरनमैन की तरह अपने ‘जारविस’ से बात कर सकेंगे।
बुढ़ापे को हराने से बस एक कदम दूर वैज्ञानिक
कै लिफोर्निया विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने शरीर के बूढ़ा होने की प्रक्रिया को धीमा करने की विधि विकसित की है। शोधकर्ताओं ने उन जीन कोशिकाओं की पहचान कर ली है, जो उम्र बढ़ाती हैं। इनकी गति को धीमा कर देने से उम्र बढऩे की गति को भी कम किया जा सकेगा। नए दशक में यह संभव हो सकता है।