scriptज्यादा लाइट जलाए रखने से भी बढ़ता है प्रदुषण, हो जाएं सावधान! | light pollution is rising rapidly on global scale | Patrika News

ज्यादा लाइट जलाए रखने से भी बढ़ता है प्रदुषण, हो जाएं सावधान!

locationनई दिल्लीPublished: Dec 06, 2017 12:26:04 pm

Submitted by:

Ravi Gupta

एक और प्रदूषण है जो दुनियाभर में बहुत तेजी से फैल रहा है।

light pollution

नई दिल्ली। दुनिया के कई देश जैसे भारत, चीन, पाकिस्तान अभी तक वायु प्रदूषण से निपटने के लिए जूझ रहे हैं और उससे निपटने की कोशिश कर रहे हैं वैसे मुख्य रूप से प्रदूषण तीन प्रकार के होते हैं जल, वायु और ध्वनी लेकिन अब एक और प्रदूषण है जो दुनियाभर में बहुत तेजी से फैल रहा है। प्रकाश प्रदूषण आर्टिफीसियल रोशनी से होने वाला प्रदूषण है। एक स्टडी में यह खुलासा हुआ है कि किसी पार्टी, फंक्शन में ज्यादा लाइट जलाकर समा को चकाचौंध करना बेहद आम बात है लेकिन यह कृत्रिम चकाचौंध भारत समेत पूरी दुनिया में ‘प्रकाश प्रदूषण’ को बेतहाशा बढ़ा रही है और इसी बात से शोधकर्ता सोच में पड़ गए हैं। शोधकर्ताओं का कहना है कि नगर निगम, उपक्रम एवं परिवार ऊर्जा को बचाने के लिए LID प्रकाश व्यवस्था को अपना रहे हैं लेकिन अगर किसी के पड़ोसी नई और तेज चमक वाले लैंप लगाते हैं तो यह बचत धरी की धरी रह जाती है।

light pollution

वैज्ञानिकों को इस बात का डर है कि इस प्रदुषण के प्रभाव से शहरों में व्यक्तिगत नई LID लाइटिंग सिस्टम की बचत को थोड़ी या पूरी तरह से प्रभावित कर सकता है जिससे असमान में काफी तेज रोशनी भर जाएगी। जेएफजेड जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जियोसाइंस के क्रिस्टोफर कैबा की अगुवाई में हुए इस अध्ययन के तहत इस पक्ष में सबूत भी दिए गए हैं। जर्नल साइंस अडवांसेज की एक पत्रिका में प्रकाशित इस अध्ययन के मुताबिक धरती पर आर्टिफीसियल लाइट की वजह से प्रकाशित सतह पैर रेडिएशन को बढ़ा देती है और पिछले 4 साल में उसमें दो फीसदी सालाना की दर से बढ़ोतरी हुई है। वैज्ञानिकों ने रात में रोशनी के लिए विशेष रूप से तैयार पहले समेकित उपग्रह रेडियोमीटर के आंकड़ों का प्रयोग किया। इसमें भारत में होने वाले प्रकाश प्रदुषण के भी 2012 से 2016 तक के आंकड़ें शामिल किये गए हैं।

 

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