सूरज की ये तस्वीरें सौर ऑर्बिटर की ओर से ली गई हैं। ऑर्बिटर सूरज से लगभग 48 मिलियन मील (77 मिलियन किलोमीटर) दूर था। ये पृथ्वी और सूरज के बीच का लगभग आधा हिस्सा है। पिछले महीने इसने सूरज की हाई-रिजॉल्यूशन वाली तस्वीरें ली थीं। नासा का पार्कर सोलर प्रोब सौर ऑर्बिटर की तुलना में सूरज के बहुत करीब उड़ रहा है। इसका अकेला कैमरा सौर हवा का निरीक्षण करने के लिए सूर्य के विपरीत दिशा में है। जिसके चलते तस्वीरें बिल्कुल साफ आई हैं।
फोटोज में देखा जा सकता है कि सूरज से पीले और गहरे धुएं की लहरों निकल रही है। सूरज की इन तस्वीरों को कैप्चर करने वाले उपकरण के प्रमुख वैज्ञानिक और बेल्जियम के रॉयल ऑब्जर्वेटरी के डेविड बर्गमान्स ने कहा कि इन तस्वीरों को देखकर वह काफी खुश और आश्चर्यचकित हैं। क्योंकि उन्हें समझ नहीं आ रहा कि सूरज की इतनी नजदीक की भी तस्वीर ली जा सकती है। बर्गमान्स ने आगे कहा, “यह वास्तव में हमारी उम्मीद से बहुत बेहतर था, लेकिन हम ऐसे ही कुछ की उम्मीद करने की हिम्मत कर रहे थे।” सूरज पर मिले कैम्पफायर को समझने की कोशिश लगातार की जा रही है। हालांकि अभी इस पर कोई सटीक जानकारी नहीं मिली है। मगर शुरुआती अध्ययन में ये मिनी विस्फोट या नैनोफ़्लेर की वजह से ऐसा होने की उम्मीद कर रहे हैं।