उपग्रहों से नियंत्रित होगी संचार प्रणाली-
प्रो. सिन्हा ने कहा कि वायुमंडलीय चैनल के उपयोग से पहली बार इस तरह संचार स्थापित किया गया है। इससे वायुमंडलीय चैनल के माध्यम से लंबी दूरी के संचार का मार्ग प्रशस्त होगा। अंतत: अंतरिक्ष में स्थापित उपग्रहों से धरती के बीच क्वांटम संचार सुनिश्चित होगा जो अल्ट्रा-हाई सिक्यूरिटी पर आधारित है।
सूचना को डिकोड करना नामुमकिन-
क्वांंटम आधारित संचार, एन्क्रिप्शन कुंजियों को सुरक्षित रूप से साझा करने में पूर्णत: सक्षम है। इसमें दी गई सूचनाएं पृथक नहीं की जा सकेगी। सूचना डिकोड करने की कोशिश होने पर एन्क्रिप्शन तुरंत बदलेगा जिससे छेड़छाड़ का पता लग जाएगा।