अब ध्वनि की सहायता से वस्तुओं को उठा सकेंगे
Published: Oct 29, 2015 11:25:00 pm
वैज्ञानिकों के अनुसार
वस्तुओं को उठाते और घुमाते वक्त लाउडस्पीकर के आउटपुट को सावधानी से नियंत्रित
करना जरूरी है
लंदन। ब्रिटेन में शोधार्थियों ने दुनिया के पहले सोनिक (ध्वनि) ट्रैक्टर किरणों का निर्माण किया है, जो केवल ध्वनि तरंगों की मदद से वस्तु को उठा सकेगा। इन शोधार्थियों में एक भारतीय वैज्ञानिक भी शामिल है। ट्रैक्टर बीम ऎसी रहस्यमय किरणें हैं, जो किसी भी वस्तु को आसानी से हिला डुला सकती हैं। इस अवधारणा का इस्तेमाल विज्ञान कहानी लेखकों और स्टार ट्रेक जैसे कई प्रोग्रामरों द्वारा किया गया है लेकिन अब यह वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को भी आकर्षित कर रहा है।
शोधार्थियों ने अब एक ऎसे काम में आने लायक ट्रैक्टर किरणों का निर्माण किया है, जो एक ध्वनिक होलोग्राम उत्पन्न करने के लिए उच्च आयाम वाले ध्वनि तरंगों का इस्तेमाल करता है। यह छोटी वस्तुओं को आसानी से उठा सकेगा और उसे इधर-उधर कर सकेगा।
ब्रिटेन की ससैक्स यूनिवर्सिटी में सूचना-प्रौद्योगिकी के प्रोफेसर श्रीराम सुब्रमण्यम ने बताया कि इस उपकरण की मदद से हम हवा के बीच भी वस्तुओं को हिला-डुला सकते हैं। सुब्रमण्यम के अनुसार, यहां हम अकेले दर्जनों लाउड स्पीकर द्वारा आसान तरीके से एक ध्वनिक होलोग्राम उत्पन्न करते हैं, जो एक साथ एक समय में कई वस्तुओं को बिना छुए नियंत्रित कर सकता है।
शोधार्थियों ने इसमें 64 छोटे लाउडस्पीकर का इस्तेमाल किया है, जो उच्च स्वर और हाई तीव्रता की ध्वनि तरंगों का निर्माण करता है। ट्रैक्टर किरणें किसी भी वस्तु के चारों ओर उच्च तीव्रता की मदद से एक बल उत्पन्न कर वस्तुओं के स्थान में परिवर्तन करता है। वैज्ञानिकों के अनुसार वस्तुओं को उठाते और घुमाते वक्त लाउडस्पीकर के आउटपुट को सावधानी से नियंत्रित करना जरूरी है।