script

बूझो तो जाने: मंगल ग्रह पर भेजी गई पहेली, लोगों ने छह घंटे में सुलझा ली

locationनई दिल्लीPublished: Feb 25, 2021 10:18:03 am

– ‘परसिवरेंस’ रोवर के पैराशूट में छिपा था खास संदेश।- पैराशूट की तस्वीर जिसमें छिपा है संदेश।

- उपरोक्त फोटो में दिखाए गए पैटर्न के अनुसार बाइनरी कोडिंग के जरिए संदेश को छिपाया गया था।

– उपरोक्त फोटो में दिखाए गए पैटर्न के अनुसार बाइनरी कोडिंग के जरिए संदेश को छिपाया गया था।

वॉशिंगटन । नासा का ‘परसिवरेंस’ रोवर जिस पैराशूट के जरिए मंगल ग्रह पर हाल में उतारा गया, उसमें एक खास संदेश छिपाया गया था। सोमवार को इसका वीडियो जारी होने पर लोगों ने संदेश छह घंटे में ही डिकोड कर दिया। खास प्रणाली का उपयोग कर इस पर ‘डेअर माइटी थिंग्स’ लिखा गया था। यह पूर्व अमरीकी राष्ट्रपति रूजवेल्ट की मशहूर पंक्ति है, जिसका मतलब है ‘नामुमकिन को मुमकिन कर दिखाना है।

मिशन के सिस्टम इंजीनियर इआन क्लार्क को संदेश छिपाने का विचार आया। पैराशूट की नारंगी व सफेद रंग की 21 मीटर की पट्टियों पर बाइनरी कोड से संदेश लिखा गया। रोवर के मंगल पर उतरने से पहले छह लोगों को ही इस कोड के बारे में पता था। नासा के मंगल मिशन के डिप्टी प्रोजेक्ट मैनेजर मैट वालेस ने बताया कि मिशन में कई छिपे हुए ईस्टर एग्स हैं। ये तब दिखाई देंगे, जब रोवर का 7 फुट लंबा रोबोटिक आर्म खोला जाएगा।

प्रशंसकों ने तोड़ा बाइनरी कोड-
इयान के अनुसार छह घंटों में प्रशंसकों ने बाइनरी कोड तोड़ दिया। इयान ने कहा कि अगली बार वह ज्यादा क्रिएटिव होने की कोशिश करेंगे, ताकि कोड जल्दी न तोड़ा जा सके। रोवर पर एक धातु की पट्टी में पिछले मार्स मिशन की फोटो लगी हुई हैं।

687 दिन ये काम करेगा परसिवरेंस-
परसिवरेंस रोवर शुक्रवार सुबह मंगल ग्रह पर उतरा था। 687 दिन यह वहीं रहेगा। अभियान का उद्देश्य मंगल पर जीवन का पता लगाना है। परसिवरेंस ग्रह से चट्टानों के टुकड़े भी लाने का प्रयास करेगा। भारतवंशी इंजीनियर स्वाति मोहन ने परसिवरेंस की सफलतापूर्वक लैंडिंग कराई थी।

ट्रेंडिंग वीडियो