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क्षेत्रीय भाषाएं भारत की डिजीटल अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देंगी : Google

Published: Sep 27, 2017 11:07:51 pm

गूगल और केपीएमजी भारत की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, देश में इंटरनेट पर अंग्रेजी भाषा को भारतीय भाषा उपयोगकर्ताओं ने पीछे छोड़ दिया है।

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नई दिल्ली। गूगल इंडिया ने बुधवार को कहा है कि क्षेत्रीय भाषाओं में अधिक डिजिटल सामग्री का निर्माण भारत को एक अरब डॉलर की डिजिटल अर्थव्यवस्था बनने में बड़ा योगदान देगा। गूगल की सार्वजनिक नीति के कंट्री हेड, चेतन कृष्णास्वामी ने इंडियन मोबाइल कांग्रेस 2017 के मौके पर संवाददाताओं से कहा, अगर हम स्थानीय भाषा के तत्वों को विकसित करने के लिए इंटरनेट को अनुमति नहीं देते हैं, तो मुझे लगता है कि कहानी पूरी तरह से गड़बड़ हो सकती है। भारत में 40 करोड़ इंटरनेट उपयोगकर्ता हैं, जिनमें से 23.4 करोड़ उपयोगकर्ता स्थानीय भाषा के हैं। 2021 तक इनकी संख्या 53.6 करोड़ तक जाने की संभावना है।

गूगल भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था को देख उत्साहित है। इस महीने की शुरुआत में कंपनी ने ‘तेज’ नामक एप लॉन्च किया था। इसके डिजिटल पेमेंट एप को एंड्रॉयड और आईओएस डिवाइसों पर डाउनलोड किया जा सकता है।

यह एप भारत के लिए बनाया गया है, जो देश में अधिकतर रूप से इस्तेमाल किए जाने वाले स्मार्टफोन पर काम करेगा और यह अंग्रेजी और सात भारतीय भाषाओं (हिंदी, बंगाली,गुजराती, कन्नड़, मराठी, तमिल और तेलुगू) में उपलब्ध है।

कृष्णास्वामी ने कहा, हमारी धारणा है कि 2025 तक, यह डिजिटल अर्थव्यवस्था 750 अरब से एक खरब के लक्ष्य को छूने में सक्षम होगी, यह पहुंच से बाहर नहीं है। वर्तमान में, डिजिटल अर्थव्यवस्था सकल घरेलू उत्पाद में सात प्रतिशत का योगदान देती है और 2025 तक सकल घरेलू उत्पाद में इसका योगदान लगभग 17 फीसदी होना चाहिए। गूगल और केपीएमजी भारत की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, देश में इंटरनेट पर अंग्रेजी भाषा को भारतीय भाषा उपयोगकर्ताओं ने पीछे छोड़ दिया है।

 

गूगल ‘तेज’ चौबीस घंटों में 4 लाख से ज्यादा डाउनलोड
भारत में गूगल ‘तेज’ के लांच करने के चौबीस घंटों के अंदर ही इस एप को 4 लाख से ज्यादा लोगों ने डाउनलोड किया और इस दौरान इस पर कुल 1.8 करोड़ रुपये के लेन-देन दर्ज किए गए। गूगल के एक प्रवक्ता ने मंगलवार को बताया, पिछले 24 घंटों में कुल 1.8 करोड़ लेन-देन (जीएमवी) दर्ज किए गए और हमारे 4,10,000 सक्रिय यूजर्स बन चुके हैं।

जीएमवी या सकल माल मात्रा किसी खास अवधि में हुई कुल बिक्री को कहते हैं। वित्तमंत्री अरुण जेटली ने इस एप को सोमवार दोपहर में लांच किया था। उन्होंने कहा कि इस एप के बारे में गूगल के भारतीय मूल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुंदर पिचाई के साथ नोटबंदी के तुरंत बाद जनवरी में विचार-विमर्श किया गया था।

जेटली ने कहा, गूगल ने भारतीय अर्थव्यवस्था और व्यापार में महान क्षमता देखी है। इसका जवाब देते हुए पिचाई ने मंगलवार को ट्वीट किया, हम उम्मीद करते हैं ‘तेज बाई गूगल’ के लांच से आपको डिजिटल इंडिया के दृष्टिकोण के एक कदम और करीब आने में मदद मिलेगी।

इस एप को भारत सरकार समर्थित यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) के आधार पर बनाया गया है। तेज के माध्यम से यूजर्स मुफ्त में कोई भी छोटी-बड़ी रकम का भुगतान सीधे बैंक खाते से कर सकते हैं। यह एप भारत को ध्यान में रखकर बनाया गया है और अंग्रेजी व सात क्षेत्रीय भाषाओं में उपलब्ध है, जिसमें हिंदी, बंगाली, गुजराती, कन्नड़, मराठी, तमिल और तेलुगू शामिल है।

यह एप चार बैंकों की साझेदारी में काम करता है जिसमें एक्सिस बैंक, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और भारतीय स्टेट बैंक शामिल है। इससे 50 यूपीआई सक्षम बैंकों के यूजर्स के साथ लेनदेन किया जा सकता है।

गार्टनर के शोध निदेशक डी.डी. मिश्रा का कहना है, यह कहना जल्दीबाजी है कि यह गेम चेंजर साबित होगी, क्योंकि अभी तक तकनीक विकास के दौर में ही है। हालांकि यह बाजार को जबरदस्त रूप से प्रभावित जरूर करेगी। गूगल ने इसके अलावा व्यापारियों के लिए ‘तेजफॉरबिजनेस’ एप को लांच करने की घोषणा भी की है।

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