इस मछली का नाम ओपा है इसे लोग चांदी की मछली के नाम से भी बुलाते हैं। यह तैरते हुए पानी में पंखों के माध्यम से अपने शरीर के रक्त को गर्म रखती है। एक अखबार में जीवविज्ञानी निकोलस वेगेनर ने लिखते हुए साझा किया कि, “गर्म-खून का फायदा यह है कि वह एक बेहतर शिकारी के रूप में तेजी से तब्दील हो जाती है, इसकी मदद से वह तेजी से तैरने में सक्षम होती है इतना ही नहीं इस कारण से वह अपने शिकार को तेजी से देख और भांपकर उसका शिकार करने में बेहतर होती है।
आपको बता दें इसी कारण यह एक बहुत सक्रिय शिकारियों के रूप में जानी जाती है यह स्क्विड का शिकार करने में बेहद सक्षम। यह फुर्ती के साथ अपने शिकार का पीछा करती है और उसे अपना शिकार बना लेती है। शोधकर्ताओं के अनुसार ओपा एक कार रेडिएटर के समान है, यह एक प्राकृतिक अनुकूलन की तरह काम करती है जो गर्मी को बनाए रखता है वैज्ञानिक इस मछली के अंदर के सिस्टम को किसी इंजीनियरिंग से कम नहीं समझ रहे। शोधकर्ताओं ने अपने निष्कर्ष निकाला कि ओपा के इस अनूठे विकासवादी लाभ ने मस्तिष्क, मांसपेशियों के आंतरिक तापमान और सबसे महत्वपूर्ण रूप से अपने शरीर के तापमान को बढ़ाकर, गहरे पानी शिकार करने योग्य हो जाती है जो अपने आप में अदभुद है।