हासिल की ये बड़ी उपलब्धि
गोपाल भागलपुर ( Bhagalpur ) के ध्रुवगंज खरीक बाजार के रहने वाले हैं। उन्हें अमेरिका ( America ) के अंतरिक्ष रिसर्च संस्थान यानि नासा ( nasa ) ने अपने नए प्रोजेक्ट पर काम करने के लिए बुलाया है। नासा ने इस प्रोजेक्ट के लिए गोपाल से संपर्क किया था। उन्होंने बताया कि गोपनियम एलोई पर नासा के साथ काम करेंगे। अगर प्रोजेक्ट सफल रहा तो सूर्य का अध्ययन करना आसान हो जाएगा। गोपनियम एलोई हाफनियम, टेंटिलुनियम, कार्बन और नाइट्रोजन का मिश्रण है। उन्हें इसका आइडिया साइंस फिक्शन पर आधारित एक फिल्म से आया था।
इस प्रोजेक्ट पर भी कर रहे हैं काम
गोपाल ने साल 2016 में केले के तने से बिजली उत्पन्न करने की खोज की थी। इस प्रोजेक्ट का पेटेंट साल 2018 में हो चुका है। गोपाल ‘पेपर बायो सेल’ और ‘बनाना बायो सेल’ की खोज के बाद 4 साल के लिए भारत सरकार ( Government of India ) के साथ अनुबंधित हैं। इसका अभी एक साल ही पूरा हुआ है। हालांकि, मौजूद समय में वो देहरादून के ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी के लैब में काम कर रहे हैं। उनका कहना है कि केले के तने से बिजली उत्पन्न करना आसान है।