जेएनयू के वैज्ञानिक भी शामिल200 वैज्ञानिकों में जेएनयू, आईआईटी, एम्स, दिल्ली विवि, यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंसेज के प्रोफेसर शामिल हैं।
कितना खतरनाक है-सोचने की क्षमता में कमी
4जी रेडिएशन के दिमाग पर प्रभाव को आंकने के लिए एमआरआई तकनीक का इस्तेमाल किया गया। सामने आया कि एकाग्रता, दिमाग के कई हिस्सों के कार्य करने की क्षमता को प्रभावित करता है।
-अनिद्रा-डिप्रेशन
लंबे समय तक इलेक्ट्रोमैग्नेट रेडिएशन के संपर्क से दिमाग के काम करने के तरीके में बदलाव होता है। अनिद्रा, डिप्रेशन, उच्च रक्तचाप बढ़ता है।
-डीएनए में बदलाव
वाई-फाई के ज्यादा संपर्क से डीएनए और स्पर्म दोनों पर बुरा असर पड़ता है।
-हार्टअटैक
रेडिएसन के लंबे समय तक संपर्क से ह्वदयगति तेजी से बढ़ती है। हार्टअटैक का खतरा बढ़ जाता है।
कैंसर का कारण
इलेक्ट्रोमैग्नेट रेडिएशन के संपर्क में आने से कैंसर का भी खतरा काफी बढ़ जाता है।
महिलाओं पर असरपुरूषों की अपेक्षा महिलाओं के दिमाग पर ज्यादा बुरा प्रभाव डालता है। महिलाओं में गर्भधारण में दिक्कत होती है। भ्रूण को विकसित होने से रोकता है।
बच्चों पर असरबच्चों में कोशिकाओं का विकास रोकता है। प्रोटीन सिंथेसिस का भी विकास अवरूद्ध करता है। लंबे समय तक ज्यादा संपर्क में रहने से किडनी भी पूरी तरह से विकसित नहीं होती।
ऎसे करता है काम वैज्ञानिकों का कहना है कि जिस तरह से माइक्रोवेव ओवन काम करता है। कुछ उसी तरह से वाई फाई से निकलने वाला रेडिएशन भी काम करता है। वायरलेस कनेक्टिविटी के लिए वाई फाई नेटवर्क, 2.4GHz और 5GHz की फ्रीक्वेंसी पर तरंगें फेंकता है।
…तो पेसमेकर भी नहीं करेगा कामयदि आपको ह्वदय संबंधी उपकरण जैसे पेसमेकर लगा है तो स्मार्ट फोन दूर रखें। पेसमेकर स्मार्ट फोन के विद्युत चुंबकीय सिग्नलों को ह्वदय से निकले सिग्नल समझकर काम करना बंद कर सकता है। म्यूनिख स्थित जर्मनी हार्ट सेंटर के शोधकर्ता कार्सटन लेनर्ज के हाल के शोध के मुताबिक पेसमेकर और मोबाइल फोन के बीच कम से कम 15 से 20 सेमी की दूरी जरूरी है।
हथेली को की-बोर्ड में बदल देगा गूगल का ये गैजेटफ्रांस से सीखें-वाई-फाई के लिए कानून
वाई-फाई से सेहत को बढ़ते खतरों को भांपते हुए फ्रांस ने हाल ही नया कानून भी लागू कर दिया है।
-यहां प्रतिबंधित
डे-केयर सेंटर, क्रेच, किंडर गार्डन, बच्चों के अस्पताल में वाई-फाई प्रतिबंधित रहेगा। प्राइमरी स्कूलों में भी सिर्फ कंप्यूटर लैब में ही वाई-फाई रहेगा।
-सुरक्षा पर जोर
देश में वाई-फाई से होने वाली रेडिएशन को सीमित किया जाएगा। फ्रांस नेशनल फ्रिक्वेंसी एजेंसी रेडिएशन से खतरे वाली जगह की समीक्षा करेगा
-लेनी होगी अनुमति
वाई-फाई के एंटीना लगाने के लिए मेयर और नगर निगम के अध्यक्षों से अनुमति लेनी होगी। इसके अलावा सरकार की ओर से विशेष जागरूकता अभियान चलाया जाएगा।
अभी तो फ्री में-देश में
एनआईटी-पटना में आशोक राजपथ से दानापुर तक 20 किमी दुनिया का सबसे लंबा फ्री वाई-फाई जोन
देश की राजधानी: कनॉट प्लेस, एयरपोर्ट, मेट्रो स्टेशनों पर, मोदी के क्षेत्र वाराणसी में बीएचयू में, आगरा स्थित ताजमहल परिसर, हरियाणा के गुड़गांव शहर के वेल्वडेरे मेट्रो स्टेशन पर
(इसके अलावा देश के प्रमुख शहरों में कुछ स्थानों पर सुविधा)
-राजस्थान
जोधपुर नगर निगम सबसे पहले वाई फाई, सात जगह और सुविधा
उदयपुर कलेक्ट्रेट में एक साल से वाई फाई जोन में 1200 लोग जुड़े।
सात जगह और हॉट-स्पॉट जल्द
-जयपुर
विधानसभा परिसर वाई-फाई हुआ, करीब 1000 लोग ले रहे फायदा, सेंट्रल पार्क 30 से 60 मिनट तक फ्री में वाई-फाई , आगे क्या : जंतर-मंतर, जवाहर सर्किल, जीटी में सुविधा शुरू होगी। करीब 300 स्थान बनेंगे फ्री जोन।
ऎसे करें बचाव-लैपटॉप को मेज पर रखकर ही कर काम करें
-रूटर से न्यूनतम 3 फीट की दूरी रखें
-घर में वाईफाई जरूरत पर ही चलाएं
-रात में सोते वक्त वाई फाई और मॉडेम अवश्य बंद कर दें।