पृथ्वी जैसे कई ग्रह हो सकते हैं
सौरमंडल में अब तक पृथ्वी ही एक ऐसे ग्रह के रूप में सामने आई है, जहां जीवन है। हो सकता है कि अन्य ग्रहों पर भी कभी प्राणी रहे हों या रहते हों। हालांकि यह एक चुनौतीपूर्ण विषय है। पृथ्वी के अलावा अभी तक कुछेक ग्रहों में परीक्षण के दौरान कुछ कार्बनिक अणुओं की ही बस उपस्थिति मिली है। एनालिटिकल केमिस्ट्री जर्नल में प्रकाशित एक शोध में कहा गया, मंगल ग्रह पर इससे पहले के जितने भी मिशन रहे हैं, वह गैस क्रोमैटोग्राफी और मास स्पेक्ट्रोमैट्री (जीसी-एमएस) की तकनीक से यौगिकों की पहचान करने और उन्हें अलग करने से संबंधित था। हालांकि, इन तकनीकों की मदद से कुछ तत्वों पर विश्लेषण बारीकी से नहीं हो पाता, जैसे कि ऑर्गेनिक एसिड्स, खासकर अगर सैंपल में जल, मिनरल्स और नमक- तीनों की ही उपस्थिति हो।
सौरमंडल में अब तक पृथ्वी ही एक ऐसे ग्रह के रूप में सामने आई है, जहां जीवन है। हो सकता है कि अन्य ग्रहों पर भी कभी प्राणी रहे हों या रहते हों। हालांकि यह एक चुनौतीपूर्ण विषय है। पृथ्वी के अलावा अभी तक कुछेक ग्रहों में परीक्षण के दौरान कुछ कार्बनिक अणुओं की ही बस उपस्थिति मिली है। एनालिटिकल केमिस्ट्री जर्नल में प्रकाशित एक शोध में कहा गया, मंगल ग्रह पर इससे पहले के जितने भी मिशन रहे हैं, वह गैस क्रोमैटोग्राफी और मास स्पेक्ट्रोमैट्री (जीसी-एमएस) की तकनीक से यौगिकों की पहचान करने और उन्हें अलग करने से संबंधित था। हालांकि, इन तकनीकों की मदद से कुछ तत्वों पर विश्लेषण बारीकी से नहीं हो पाता, जैसे कि ऑर्गेनिक एसिड्स, खासकर अगर सैंपल में जल, मिनरल्स और नमक- तीनों की ही उपस्थिति हो।