जानकारी के अनुसार नााबलिग आदिवासी बालिका शुक्रवार शाम करीब साढ़े पांच बजे के करीब अपने घर के बाहर साइकिल चला रही थी, अभी गांव का आरोपी युवक रमेश (28) पिता रामसिंह मोंगिया आया और उसे अपने साथ खेत पर ले गया। पीडि़त ने पुलिस को बताया है कि आरोपी ने खेत पर उसके साथ दुष्कर्म का प्रयास किया। पीडि़त ने जब इसका विरोध किया तो युवक ने उसके साथ मारपीट की, जिसे लेकर पीडि़त ने कहा कि वह अपने घर जाकर बताएगी, तभी आरोपी ने धमकी दी कि तू घर तो तब बताएगी जब मैं तुझे जिंदा जाने दूंगा। पीडि़त के मुताबिक यह कहते हुए आरोपी ने उसे आर्या-दुदलाई मार्ग पर एक किसान के खेत पर बने कुएं में फेंक दिया। इसके बाद आरोपी भागते हुए गांव की तरफ आ रहा था, तभी उसे रास्ते में पीडि़त की मांग अपनी बेट को ढूंढते हुए मिल गई।
मां ने युवक रमेश मोंगिया से अपनी बेटी के बारे में पूछा, तो वह घबरा गया और बिना कुछ बताए भाग निकला। मां बेटी को आवाज देते हुए खेतों की तरफ बढ़ी, तभी कुएं से बेटी के रोने-चिल्लाने की आवाज आई, जिसे सुनकर पीडि़त की मां मौके पर पहुंची और बेटी को बहार निकाला। इछावर पुलिस ने पीडि़त की शिकायत पर आरोप युवक के खिलाफ बलात्कार के प्रयास, हत्या का प्रयास और पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया, लेकिन आरोपी फरार हो गया, जिसे अब पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस के मुताबिक दुष्कर्म के असफल प्रयास बाद आरोपी ने नाबालिग को जिस कुएं में धक्का दिया, उसकी गहराई कम होने के साथ पानी कम था। नाबालिग ने पुलिस को बताया कि वह कुएं में गिरी और मोटर के लिए लटके तार व रस्सी को पकड़कर उस जगह बैठ गई, जहां कुएं से पानी निकालने के लिए मोटर को रखा जाता है। कुएं की गहराई और पानी कम होने के कारण नाबालिग की जान बच गई। बताया जा रहा है कि आरोपी रमेश मोंगिया गांव के एक किसान के यहां मजदूरी करता है। वारदात शुक्रवार शाम 5 से 6 बजे की बीच की है। इछावर पुलिस ने मामले में एफआइआर की। शनिवार को इछावर पुलिस और सीहोर से पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी ने घटना स्थल पर पहुंचकर जायजा लिया। नाबालिग बालिका को पहले पुलिस परिजन के साथ जिला अस्पताल लेकर आई, जहां उसका मेडिकल कराया गया, इसके बाद पुन: इछावर ले जाया गया, जहां उसे सुरक्षा की दृष्टि से अस्पताल में भर्ती रखा गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।