scriptबिना वेतन नौकरी से निकालने का आरोप | Accused of sacking without pay | Patrika News

बिना वेतन नौकरी से निकालने का आरोप

locationसीहोरPublished: Sep 07, 2015 11:26:00 pm

मजदूर और कर्मचारियों से
बार-बार विवाद होने को लेकर दीपक फास्टनर्स लिमिटेड (अनब्रेको) कंपनी फंसती

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सीहोर।मजदूर और कर्मचारियों से बार-बार विवाद होने को लेकर दीपक फास्टनर्स लिमिटेड (अनब्रेको) कंपनी फंसती नजर आ रही है। कभी मजदूर समय पर वेतन नहीं मिलने की मांग को लेकर हड़ताल करते हैं तो कभी श्रमिक कानून का पालन नहीं करने को लेकर।


इस बार कंपनी के एक मजदूर ने मध्यप्रदेश सर्व शासकीय कर्मकार महासंघ (ट्रेड यूनियन) के पदाधिकारियों के साथ मिलकर एसडीएम नरोत्तम भार्गव से बिना वेतन दिए नौकरी से निकालने की शिकायत की है। कर्मचारी और टे्रड यूनियन के पदाधिकारियों की शिकायत पर एसडीएम ने कंपनी प्रबंधक को नोटिस भेजकर रिपोर्ट मांगी है।


सोमवार को कंपनी के कर्मचारी जितेन्द्र मालवीय पुत्र देवकरण मालवीय और यूनियन के नेता अनूप चौधरी ने अनब्रेको के एचआर प्रबंधक देवेश कुलश्रेष्ठ पर भी षड़यंत्र करने के आरोप लगाए हैं। अनब्रेको के कर्मचारी और यूनियन नेता अनूप चौधरी ने एसडीएम नरोत्तम भार्गव के समक्ष शिकायत दर्ज कराई कि कंपनी द्वारा श्रम कानून का उल्लंघन करते हुए कर्मचारियों से काम कराया जा रहा है। कर्मचारियों का शोषण हो रहा है। 13 फरवरी को कंपनी के इस रवैए को लेकर कर्मचारियों ने हड़ताल की। कर्मचारियों के काम बंद करने को लेकर कर्मचारी यूनियन, कंपनी और प्रशासन की तरफ से तहसीलदार की उपस्थिति में कंपनी ने एक सहमति पत्र तैयार किया।


सहमति पत्र के आधार पर किसी भी कर्मचारी को नौकरी से निकालने से पहले निष्पक्ष जांच होनी चाहिए, लेकिन दीपक फास्टनर्स लिमिटेड (अनब्रेको) के एचआर प्रबंधक दीपक कुलश्रेष्ठ ने झूठा आरोप लगाकर षड़यंत्र पूर्वक कर्मचारी जितेन्द्र मालवीय को नौकरी से निकाल दिया है। एसडीएम से की गई शिकायत में कर्मचारी ने बताया कि कंपनी के एचआर प्रबंधक की तरफ से यह आरोप लगाए गए हैं कि कंपनी में 13 फरवरी को हुई हड़ताल को पीछे तुम्हारा हाथ है।


हड़ताल का नेतृत्व तुमने किया था। कर्मचारी ने कंपनी प्रबंधन पर 6 हजार 400 रूपए प्रति माह मजदूरी भुगतान करने के बजाय तीन हजार 850 रूपए के हिसाब से भुगतान करने और अगस्त महीने का वेतन दिए बिना ही नौकरी से निकालने के आरोप भी लगाए हैं।

कर्मचारी और ट्रेड यूनियन के नेताओं की शिकायत पर एसडीएम ने कंपनी प्रबंधक को नोटिस भेजकर जानकारी मांगने के निर्देश दिए हैं। इधर कर्मचारी यूनियन के प्रतिनिधियों ने दावा किया है कि कंपनी मजदूरो के प्रति अपना रवैया नहीं बदलेगी तो उनके खिलाफ मजदूर सड़क पर आंदोलन करेंगे।


यदि किसी कर्मचारी को कोई दिक्कत है तो वह सीधे आकर हमसे मिले, शिकवा शिकायत से क्या होगा। कुछ लोग कंपनी के काम को प्रभावित करने के लिए झूठी शिकायत कर रहे हैं, इससे उनका ही नुकसान होगा।देवेश कुलश्रेष्ठ, प्रबंधक एचआर दीपक फास्टनर्स लिमिटेड सीहोर
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