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अस्पताल में हुआ लड़के का जन्म, थोड़ी ही देर में बदल गया बच्चा, मचा हड़कंप

locationसीहोरPublished: Dec 18, 2019 03:45:17 pm

Submitted by:

Amit Mishra

सिविल अस्पताल में बदल गया बच्चा , लड़के की जगह मां को मिली लड़कीहड़कंप: प्रबंधन को जानकारी लगी तो मचा हड़कंप, प्रबंधन ने तलाश कर लड़की की जगह सौंपा लड़का

 child changed news

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सीहोर/ आष्टा। नित नए कारनामों के चलते हमेशा सुर्खियों में बने रहने वाले आष्टा के सिविल अस्पताल का एक और कारनामा सामने आया है। जिसमें मां के पास से नवजात बच्चा बदल गया। इसमें उसको लड़के की जगह लड़की थमा दी गई। जब इस बात का खुलासा हुआ तो अस्पताल प्रबंधन में हड़कंप मच गया। प्रबंधन ने इधर-उधर तलाश कर अदला बदली हुए बच्चों को वापस उनकी मां को सौंपा।


जानकारी के अनुसार आष्टा के पिपलिया सलारसी निवासी रामकुंवर बाई ने बताया कि उसकी लड़की रानी बाई को डिलेवरी के लिए सिविल अस्पताल में भर्ती कराया था। जिसे लड़का हुआ था। रामकुंवर बाई का आरोप है कि सोमवार रात को बच्चे को दूध पिलाने अंदर बुलाया था। जहां पर उनको और एक अन्य महिला को बच्चा दे दिया गया। बच्चा कमजोर होने के चलते उसको ढंककर रखा गया। इसी दौरान डॉक्टर ने आकर कहा कि बच्चे को बताना है और उसे बॉटल लगेगी। जब बच्चे का अंडरवियर बदला तो उसमें लड़की निकली। इससे परिजन में हड़कंप की स्थिति बन गई।


मच गया हड़कंप
रामकुंवर बाई ने जब डॉक्टर और नर्स को इसकी जानकारी दी तो प्रबंधन में हड़कंप मच गया। डॉक्टर और नर्स अदला बदली हुए बच्चे को तलाशने में जुट गए। इस दौरान काफी देर बाद बदला हुए बच्चे का पता चला। तब कहीं जाकर बदले हुए बच्चे का पता चला और रानी बाई के लड़के को लाकर दिया गया। इस दौरान प्रबंधन की लापरवाही भी उजागर सामने आ गई।


पुलिस चौकी ताले में रहती है कैद
सिविल अस्पताल में कुछ समय पहले मरीजों की सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस चौकी खोली गई थी। यह चौकी वर्तमान में नाम की रह गई है। इसमें कभी कभार तो पुलिस नजर आती है लेकिन कई बार ताला जड़ा रहता है। ऐसे में कई बार मरीजों को जरूरत के समय पुलिस की मदद नहीं मिलती है।

इधर प्रबंधन का तर्क है कि उनकी तरफ से चौकी में नियमित दो पुलिस जवान तैनात करने की बात कहीं है। इसके लिए पत्र भी लिखा है। उल्लेखनीय है कि कई बार अस्पताल में तोडफ़ोड़ और डॉक्टर के साथ अभद्रता के मामले सामने आ चुके हैं। इसके बावजूद भी पुलिस चौकी को लेकर अफसर गंभीरता नहीं दिखा रहे हैं। ऐसे में मरीज और उनके परिजन में भय का माहौल बना रहता है। यह स्थिति पिछले लंबे समय से बनी हुई है। बावजूद अनदेखी की जा रही है।


नहीं हुई अदला बदली
अस्पताल में बच्चा बदलने की घटना नहीं हुई है। जो बात कहीं जा रही है वह गलत है। हमारी तरफ से मरीजों की सुविधा देने पूरा प्रयास किया जा रहा है।
डॉ.आरके जैन, प्रभारी सिविल अस्पताल आष्टा

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