script‘पर्यावरण सुरक्षा के लिए बदली 40 साल की परम्परा, दशहरे के दूसरे दिन जलेगा सबसे ऊंचा रावणÓ | Changed 40year tradition for environmental protection | Patrika News

‘पर्यावरण सुरक्षा के लिए बदली 40 साल की परम्परा, दशहरे के दूसरे दिन जलेगा सबसे ऊंचा रावणÓ

locationसीहोरPublished: Oct 08, 2019 11:30:26 am

Submitted by:

Kuldeep Saraswat

पत्रिका की खबर पर लिया संज्ञान: समिति का निर्णय, बनाएंगे जिले का सबसे ऊंचा इको फ्रैण्डली रावण

'पर्यावरण सुरक्षा के लिए बदली 40 साल की परम्परा, दशहरे के दूसरे दिन जलेगा सबसे ऊंचा रावणÓ

‘पर्यावरण सुरक्षा के लिए बदली 40 साल की परम्परा, दशहरे के दूसरे दिन जलेगा सबसे ऊंचा रावणÓ

सीहोर. जिले में असत्य पर सत्य की विजय का प्रतीक दशहरा मंगलवार को धूमधाम से मनाया जाएगा। दशहरा उत्सव समितियों की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। बुदनी, आष्टा, जावर, नसरुल्लागंज, श्यामपुर में तय समय पर रावण दहन होगा, लेकिन सीहोर में जिले का सबसे ऊंचा 71 फीट का रावण बुधवार को जलेगा। यह रावण सिद्धपुर दशहरा उत्सव समिति जलाती है। पत्रिका की एक खबर पर संज्ञान लेते हुए समिति ने पर्यावरण सुरक्षा के लिए विजय दशमीं के दिन रावण दहन की 40 साल पुरानी परम्परा बदल एक दिन बाद बुधवार को पुतला दशहर करने का निर्णय लिया है।

सिद्धपुर दशहरा उत्सव समिति ने निर्णय लिया है कि पर्यावरण सुरक्षा के लिए वह वाटर प्रूफ रावण के बजाय ईको फ्रैण्डली रावण के पुतले का दहन करेगी। वाटर प्रूफ रावण का पुतल बनाने में पॉलीथिन का उपयोग होता है, जिसका दहन से पर्यावरण प्रदूषित होता है। समिति के संरक्षक पूर्व विधायक रमेश सक्सेना और अध्यक्ष शंशाक सक्सेना ने पॉलीथिन उपयोग की बात संज्ञान में आने पर कलाकार विजय रैयकवार को निर्देश दिए हैं कि वह ईको फ्रैण्डली रावण का पुतला बनाए, जिससे कि पर्यावरण को नुकसान नहीं हो। समिति के अध्यक्ष शंशाक सक्सेना ने वाटर प्रूफ रावण दहन करने के निर्णय को बदलने के बाद सोशल मीडिया पर पत्रिका को बधाई दी। मालम हो, इस कार्यक्रम में हजारों लोग शामिल होते हैं।

स्वचलित रावण के साथ कुंभकर्ण और मेघनाद भी
बुधवार को सिद्धपुर दशहरा उत्सव समिति आवासीय खेलकूद मैदान में स्वचलित रावण के साथ कुंभकर्ण और मेघनाद का भी दहन करेगी। बताया जा रहा है कि सोमवार को सुबह समिति के अध्यक्ष शशांक सक्सेना दशहरा पर्व की तैयारियों का जायजा लेने आवासीय खेलकूद मैदान पहुंचे और यहां पर पुतले में पॉलीथिन का उपयोग होते देख समिति के संरक्षक व सदस्यों से चर्चा कर पॉलीथिन से बने रावण के पुतले हटाकर उसके स्थान पर ईको फ्रैण्डली रावण बनाने के आदेश दिए। रावण दहन रात 8 बजे किया जाएगा।

सीवन नदी के तट पर भी रावण दहन
मंगलवार को सीहोर में तीन जगह पर प्रमुख रूप से रावण दहन होगा। एक बाल विहार मैदान में। ये कार्यक्रम छावन दशहरा उत्सव समिति करेगी। दूसरा सीवन नदी के तट पर। यहां पर रात 9 बजे जोरदार आतिशबाजी के साथ 35 फीट के रावण का दहन किया जाएगा। इसी प्रकार हाउसिंग बोर्ड कालोनी स्थित हनुमान मंदिर परिसर में भी विजय दशमीं का पर्व मनाया जाएगा। यहां पर 25 फीट रावण के पुतले का दहन किया जाएगा। आयोजन समिति के अध्यक्ष विवेक गुप्ता ने बताया कि शाम सात बजे से राम बारात निकाली जाएगी। रावण दहन 9 बजे किया जाएगा।

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