चौपाल सागर से हाउसिंग बोर्ड के बीच करोड़ों रुपए की लागत से फोरलेन सड़क बनाई जा रही है। इसके निर्माण में ठेकेदार के लापरवाही बरतने से शुरूआत से ही यह नागरिकों के लिए दिक्कत का कारण बन रही है। बस स्टैंड से इंदौर नाके के बीच सड़क की स्थिति सबसे बेेकार है। करीब डेढ़ किमी के इस एरिया में वाहन दौडऩे की बजाए कई बार रैंगते हुए नजर आते हैं। वहीं जाम के हालात भी निर्मत होते रहते हैं। इससे यातायात व्यवस्था ध्वस्त होकर गड़बड़ा गई है। इससे लोगों की परेशानी कम होने की बजाए बढ़ती जा रही है।
फिसलते हैं वाहन, गिरते हैं नागरिक
अस्पताल चौराहा से बडिय़ाखेड़ी के बीच तो अब तक सड़क ही नहीं बनी है। अस्पताल चौराहे पर पानी बहने से हाल यह है कि वाहनों के पहिए तक फिसल रहे हैं। जबकि शहर के लिए यह सड़क प्रमुख है। इस सड़क से प्रतिदिन चार हजार से अधिक छोटे बड़े वाहनों का आना जाना होता है। इसके बावजूद इस तरफ लापरवाही दिखाई जा रही है।
नहीं बनाया डिवाइडर
कई जगह ठेकेदार ने सड़क बना दी थी, लेकिन बीच में छोड़ी गई खाली जगह पर डिवाइडर नहीं बनाए गए। इससे उनके कारण दुर्घटनाओं का ग्राफ बढ़ा है। अब जरूर सड़क निर्माण के दौरान कई जगह ठेकेदार ने डिवाइडर का काम शुरू किया है। उल्लेखनीय है कि इस सड़क के काम में शुरूआत से ही लापरवाही दिखाने से स्थिति में सुधार नहीं आ सका है। अब जरूर ठेकेदार को अल्टीमेटम दिया गया है। जिससे ठेकेदार ने काम में तेजी लाई है। ऐसा पहले से ही होता तो शायद नागरिकों को मुसीबत का सामना नहीं करना पड़ता।
नागरिकों का कहना है…
यह सड़क नगर हित के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। उसके बावजूद जिस तरह से इसके निर्माण में अनदेखी की जा रही है वह नागरिकों पर भारी पड़ रही है। काम जल्द पूरा होना चाहिए।
मनोज चौरसिया, नागरिक पान चौराहा
सड़क के काम की चाल शुरूआत से ही सुस्त होने से यह अब तक नहीं बन पाई है। अब भी पता नही कि आखिर कब तक सड़क बनेगी। ऐसे में समस्या बढ़ती जा रही है।
महेश राठौर, नागरिक इंदौर नाका
सड़क का काम शुरू हुए महीनों हो गए है। यह आए दिन दिक्कत का कारण बन रही है। इसलिए अब जल्द ही काम पूरा होना चाहिए। जिससे कि यातायात व्यवस्था नहीं बिगड़े।
राजेश सेन, नागरिक गंज निवासी
करोड़ों रुपए की लागत से बन रही इस सड़क से सुविधा तो बाद में मिलेगी, उससे पहले फजीहत जरूर हो रही है। आए दिन जाम लगने से वाहनों के पहिए थम रहे हैं।
संजय सिंह, नागरिक स्टेशन रोड सीहोर