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अब घर बैठे अपने उत्पाद बेच सकेंगी महिलाएं

locationसीहोरPublished: Feb 21, 2018 08:51:55 am

Submitted by:

brajesh tiwari

कलेक्टर की पहल पर सीहोर में खुला प्रदर्शनी सह विक्रय केन्द, 50 हजार से अधिक महिलाएं होंगी लाभांवित

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Co-selling center in sehore

सीहोर। स्व सहायता समूह की महिलाएं अपने उत्पादों को अच्छी तरह से विक्रय कर सकेंगी। लोगों को भी महिलाओं द्वारा निर्मित विभिन्न प्रकार की सामग्री एक ही स्थान पर उपलब्ध हो सकेगी। आजीविका बाजार में महिला स्व सहायता समूहों का आर्थिक आधार मजबूत होगा।जिले की करीब 50 हजार गरीब, परित्यगता महिलाएं लाभांवित हो सकेंंगी।कलेक्टर तरूण कुमार पिथोड़े की पहल पर आजीविका बाजार शुरू किया गया है, जहां स्व सहायता समूह की महिलाओं के उत्पादों को रखा गया है।

 

जिले में राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत संचालित महिला स्व सहायता समूहों द्वारा निर्मित विभिन्न उत्पादों के प्रदर्शन एवं विक्रय को बढ़ावा देने के लिए कलेक्टर तरूण कुमार पिथोडे की पहल पर सीहोर जिला मुख्यालय स्थित लुनिया चौराहा पुराने जिला पंचायत कार्यालय के निकट दीनदयाल अंत्योदय योजना मध्यप्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा आजीविका बाजार स्वसहायता समूह द्वारा निर्मित उत्पाद प्रदर्शनी सह विक्रय केन्द्र शुरू किया गया है।इस केन्द्र पर जिले के सभी महिला स्वसहायता समूहों द्वारा निर्मित उत्पादों का प्रदर्शन और विक्रय होगा।

महिला स्व सहायता समूह की करेंगी केन्द्र का संचालन
आजीविका बाजार इस केन्द्र का संचालन महिला स्व सहायता समूह द्वारा ही किया जाएगा। इस केन्द्र पर आजीविका ब्रान्ड नेम से साबुन, सर्फ, अगरबत्ती, फिनायल, हैण्डवाश, टायलेट क्लीनर, सेनेटरी नेपकिन, चूडियां, स्टेशनरी, लकडी की टोकरियों सहित अन्य सामग्री उपलब्ध होगी। इस केन्द्र के संचालन से जहां जिले के महिला स्वसहायता समूहों द्वारा निर्मित उत्पादों को विक्रय के लिए बडा प्लेटफार्म मिलने से उनकी आय में वृद्धि होगी वहीं उपभोक्ताओं को अपने ही जिले में निर्मित उच्च गुणवत्ता के सामान सस्ती दरों पर उपलब्ध हो सकेंगे।

पूरे जिले की 50 हजार से अधिक महिलाएं होगी लाभांवित
आजीविका बाजार खुलने से घरों पर रह कर समूह चलाने वाली बीपीएल कार्डधारी, परित्यगता महिलाओं को आर्थिक रूप से सुदृढ़ होने का काफी लाभ मिलेगा। जिले एक हजार से अधिक महिलाओं के समूह इस समय संचालित हैं। इन समूहों से करीब 50 हजार महिलाएं जुड़ी हुई हैं। आजीविका बाजार ऐसी महिलाओं के लिए मील का पत्थर साबित होगा।

समानता का बोध समाज में विकसित होगा
इस केन्द्र के खुलने से महिलाओं की आर्थिक क्षमताओं में वृद्धि से ही सच्ची खुशहाली और समानता का बोध समाज में विकसित होगा।इसके साथ ही जिले के सर्वंगीण विकास की तीव्र संभावनाएं विकसित हो सकेंगी।
– तरूण कुमार पिथोड़े, कलेक्टर
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