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फसल बीमा नहीं मिला तो कलेक्ट्रेट का घेराव, किसान बोले- कंपनी ने किया धोखा

locationसीहोरPublished: Sep 23, 2020 11:36:13 am

Submitted by:

Kuldeep Saraswat

कलेक्टर को ज्ञापन देकर किसानों ने मांगा फसल बीमा, कई गांव में प्रीमियम से कम मिली दावा राशि

फसल बीमा नहीं मिला तो कलेक्ट्रेट का घेराव, किसान बोले- कंपनी ने किया धोखा

फसल बीमा नहीं मिला तो कलेक्ट्रेट का घेराव, किसान बोले- कंपनी ने किया धोखा

सीहोर. खरीफ 2019 का फसल बीमा कई जगह किसानों को प्रीमियम से कम मिला है, जिसे लेकर बीमा कंपनी और सरकार के खिलाफ किसानों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। शिकारपुर के बाद अमलाहा के किसानों ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट का घेराव कर फसल बीमा 12 हजार रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से दिलाने की मांग की। इछावर तहसील के अमलाहा के किसान कलेक्ट्रेट रैली के रूप में पहुंचे। कलेक्ट्रेट का घेराव कर किसानों ने बताया कि साल 2019 में अतिवृष्टि के कारण जिले के अधिकांश क्षेत्र के सोयाबीन की फसल बर्बाद हो गई थी। किसानों ने 640 रुपए प्रति एकड़ प्रीमियम दिया था, लेकिन फसल बीमा बहुत कम मिला है। अमलाहा के अधिकांश किसानों ने नाम बीमा सूची में नहीं हैं।

किसानों ने कलेक्टर अजय गुप्ता के नाम ज्ञापन देकर किसानों के नाम फसल बीमा सूची में जुड़वाने की मांग की है। किसान नारायण सिंह ने बताया कि फसल बीमा कराया था, लेकिन अब जब फसल बीमा दावा राशि की सूची आई है तो उसमें हमारा नाम ही नहीं है। अमलाहा गांव में अतिवृष्टि से काफी नुकसान हुआ था, लेकिन हमें बीमा दावा राशि नहीं मिली है। दूसरे किसान लखन लाल ने बताया कि सर्वे में किसानों के साथ धोखा हुआ है। गांव के आधे से ज्यादा किसानों ने फसल बीमा दावा राशि की सूची से नाम गायब हैं। किसानों ने ज्ञापन देकर कलेक्टर गुप्ता से नाम जोडऩे की मांग की है। किसाना में मांगीलाल, दौतल सिंह, नरेश सिंह, बापू सिंह, धर्म सिंह, गोपाल सिंह, हरीसिंह, अनर सिंह, केदार लाल, प्रेमनारायण रमेश कुमार, देव सिंह, प्रताप सिंह, कमल सिंह, नंदू लाल आदि शामिल हैं।

इछावर विधानसभा से ज्यादा मिलीं शिकायत
जिले के एक लाख 4 हजार 208 किसानों को 157 करोड़ रुपए फसल बीमा का मिलना है। कुछ किसानों के खाते में राशि जमा हो गई है, कुछ के अंकाउट में आने वाली है। फसल बीमा दावा राशि का वितरण 18 सितंबर से प्रारंभ हुआ है। कई गांव में फसल बीमा की राशि 23, 39, 84 और 90 रुपए मिली है, जिसे लेकर किसान नाराज हैं। अभी तक फसल बीमा राशि कम मिलने की शिकायत इछावर विधानसभा क्षेत्र से ज्यादा मिली हैं। शिकारपुर, बिलकिसगंज, अमलाहा, उलझावन, धबोटी, धामनखेड़ा आदि से किसान फसल बीमा कम मिलने की शिकायत कर रहे हैं और यह सब इछावर विधानसभा क्षेत्र में आते हैं।


किसानों की सहमति से ही कटेगी राशि
भोपाल कमिश्नर कवींद्र कियावत ने सभी कलेक्टर्स को आदेश दिए हैं कि फसल बीमा की राशि किसानों की सहमति के बाद ही काटी जाए। बैंक ऋण की वसूली के लिए खाते में जमा राशि काटने से पहले किसान से सहमति लेंगे। मालूम हो, पहले फसल बीमा की राशि से ऋण वसूली के आदेश दिए गए थे।

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