ड्रग इंस्पेक्टर किरण कुमार ने बताया कि कमिश्नर के निर्देश पर राजस्व और खाद्य एवं औषधि प्रशासन की टीम ने छह मेडिकल स्टोर की जांच की। जांच में एक पर भी रेकॉर्ड नहीं मिला है। सभी को नोटिस जारी कर तीन दिन में जबाव मांगा है। उन्होंने बताया कि जांच के दौरान अनुषा मेडिकल पर फार्मशिष्ट नहीं मिला। टीम ने बस स्टैंड पर जयसवाल हॉस्पिटल के सामने स्थित खण्डेलवा मेडिकल स्टोर, सालोनी मेडिकल स्टोर, अनुषा मेडिकल स्टोर, किरन मेडिकल स्टोर, संजय मेडिकल स्टोर, जैन मेडिकल स्टोर की जांच की जांच में एक का भी रेकॉर्ड अपडेट नहीं मिला है। अफसरों ने बताया कि प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि मेडिकल स्टोर संचालक उपभोक्ताओं को बिल नहीं दे रहे हैं। सभी को नोटिस जारी कर तीन दिन में जबाव मांगा है।
नशीली दवाइयां बेचने की शिकायत
प्रशासन की टीम ने बस स्टैंड के पास जिन मेडिकल स्टोर पर छापा मारा है, उनमें से एक पर नशीली दवाइयों का कारोबार करने की शिकायत मिली थी। समीक्षा बैठक में यह बात जब कमिश्नर के सामने आई तो उन्होंने स्वास्थ्य के मामले में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होने की बात कही। कमिश्नर ने तत्काल टीम भेजकर जांच कराई और टीम को जांच में इस प्रकार के साक्ष्य भी मिलने की बात सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि जल्द ही प्रशासन नशीली दवाइयां बेचने वाले मेडिकल संचालकों के लाइसेंस निरस्त करेगा।