इधर, कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर पुलिस और नगर पालिका पूरी एहतिहात बरत रही है। दिनभर पुलिस की गाडिय़ां शहर में घूमते देखी जा रही हैं। पुलिस बाजार में अनावश्यक घूमने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी कर रही है, साथ ही लाउड स्पीकर से अलाउंसमेंट किया जा रहा है कि लोग घर में ही रहें। हालांकि पुलिस की सख्ती के बाद भी लोग सड़क पर अनावश्क घूमते देखे जा रहे हैं। पुलिस ने दोपहिया वाहन पर एक और चारपहिया वाहन में दो व्यक्तियों के बैठकर यात्रा की अनुमति दी है, लेकिन कुछ लोग पुलिस के आदेश का पालन नहीं कर रहे हैं। तीन-तीन लोग बाइक पर बैठकर यात्रा करते देखे जा रहे हैं। सुरक्षा के लिए शहर के मकान, दुकान से लेकर सरकारी और प्राइवेट दफ्तरों को सैनेटाइज करने में लगी है। नगर पालिका के कर्मचारी दानिश खान, छुट्टन चावरिया, दानिश कुरैशी, आशीष भावसार, राजसिंह आदि ने शनिवार को आनंद डेयरी रोड और भोपाल नाका क्षेत्र पर सैनेटाइज किया।
कैदी के बात करने लगाए दो टेलीफोन
कोरोना वायरस प्रकोप को देखते हुए जिला जेल में बंद 252 कैैदियों सेउनके परिजन और रिश्तेदारों की मुलाकात पर 25 अप्रैल तक रोक लगा दी गई है। अब वह नंबर डायल कर उनसे बात कर सकते हैं। इसके लिए जेल में दो लेडलाइन टेलीफोन लगाकर दो महिला प्रहरी की अलग से ड्यूटी लगाई है। जिनका काम कैदियों से बात कराने का ही रहेगा। जेलर पीएल प्रजापति ने बताया कि कोरोना महामारी को देखते हुए पहले 31 मार्च तक बंदियों से उनके परिजन, रिश्तेदारों की मुलाकात पर प्रतिबंध लगाया गया था, लेकिन इसकी समय अवधि बढ़ाकर 25 अप्रेल कर दी गई है। इसे देखते हुए जेल में दो टेलीफोन लगवाए गए हैं। जिससे के कैदी और परिजन के बीच संवाद हो सकें। जिला जेल में लेडलाइन नंबर 07562-225480 या फिर 07562-226481 पर परिजन कॉल कर जेल में बंद कैदी से बात कर सकते हैं।
शांति समिति की बैठक में विवाद
कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन है। लॉकडाउन में शहवासियों का आवश्यक सामग्री आसानी से प्राप्त हो सके, इसलिए लिए पुलिस और प्रशासन ने एक व्यवस्था बनाई है। व्यवस्था के तहत जोन के हिसाब से निर्धारित समय पर आवश्यक सामग्री की दुकानों खुद रही हैं। पुलिस ने तय समय में दुखाने खुलने पर भी सख्ती दिखाई होगी। शनिवार को शांति समिति की बैठक में कुछ पार्षदों ने इस बात को लेकर शिकायत दर्ज कराई, जिसे लेकर सीएसपी मंगल सिंह से कुछ कहासुनी हो गई। इसके बाद पार्षद नगर पालिका पहुंचे और फिर वहां से एकत्रित होकर एसपी ऑफिस, जहां एएसपी समीर यादव ने समझाईश देकर मामला रफादफा कर दिया।