सांसद ने विधायक रघुनाथसिंह मालवीय के साथ आष्टा सिविल अस्पताल पहुंचकर आइसीयू बैड चैक किए। वही ऑक्सीजन प्लांट, स्टोर रूम सहित अन्य व्यवस्थाओं को देखा। बताया जाता है कि सांसद को अस्पताल में कई अनियमित्ता मिली, जिसे देख नाराजगी जताई। सांसद ने अस्पताल प्रबंधन को व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए हैं। इसमें कहा है कि वह वापस व्यवस्था देखने आएंगे, उस समय यदि स्थिति ठीक नहीं मिली तो कार्रवाई की जाएगी।
ऑक्सीनज प्लांट है तैयार
कोरोना की पहली और दूसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी से सबसे बड़ी समस्या खड़ी हुई थी। इस बार ऐसी स्थिति नहीं बनेगी। अस्पताल में ऑक्सीन प्लांट बनकर तैयार है। बताया जाता है कि ऑक्सीजन प्लांट से 300 एलपीएम के हिसाब से ऑक्सीजन बनेगी। इससे ऑक्सीजन की किल्लत खड़ी भी हुई तो आसानी से वह दूर हो सकेगी। अस्पताल में ऑक्सीनयुक्त बैड के साथ बिना ऑक्सीजन वाले बेड को भी तैयार कर लिया गया है। जिससे कि गंभीर मरीज आए तो उसे दिक्कत नहीं उठाना पड़े।
ये कमी जो कर रही है दूर होने का इंतजार
सिविल अस्पताल में स्टॉफ और संसाधन की कमी बनी हुई है। आबादी क्षेत्र के हिसाब से अस्पताल में डॉक्टर ही नहीं है, जबकि सोनोग्राफी मशीन का अलग अभाव बना हुआ है। इससे इलाज कराने आने वाले मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। डॉक्टर ने जांच के बाद सोनोग्राफी का बोल दिया तो मरीजों को इधर-उधर भटकना पड़ता है। निजी अस्पताल में जाकर 700 से 1000 रुपए तक खर्च कर सोनोग्राफी कराना पड़ती है। इससे उनके ऊपर अतिरिक्त भार आ जाता है। बता दे कि यह समस्या लंबें समय से बनी हुई है।
वर्जन…
कोविड की तीसरी लहर को देखते हुए सिविल अस्पताल का निरीक्षण करने आया था। यहां आइसीयू बेड चैक किए हैं। वही ऑक्सीन प्लांट, स्टोर रूम आदि को भी देखा है। अस्पताल में कुछ अनियमित्ता मिली है जिनको ठीक करने प्रबंंधन को दिशा निर्देश दिए गए हैं।
महेंद्रसिंह सोलंकी, सांसद देवास-शाजापुर