समयसीमा दिसंबर 2018 में खत्म होने के बाद भी निर्माण एजेंसी कोर एंड कीर कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा निर्माण कार्य कछुआ गति से किया जा रहा है। डिवाइडर का काम पूरा होने में अभी करीब 20 दिन का समय लगेगा। डिवाइडर का काम पूरा नहीं होने के कारण बस स्टैंड पर हर समय हादसे का डर बना रहता है।
बस स्टैंड पर भी हादसे का डर
बस स्टैंड पर अभी तक डिवाइडर का निर्माण नहीं किया गया। यहां पर चारों तरफ से वाहन आवाजाही करते हैं। टै्रफिक कंट्रोल के लिए चौराहे पर कोई व्यवस्था नहीं की गई है। यहां पर मॉडल सड़क के जोड़ पर कभी भी दुर्घटना हो सकती है।
नोटिस तक सिमटी कार्रवाई
आठ किलोमीटर की फोरलेन सड़क का निर्माण दिसंबर 2018 में पूरा होना था। पीडब्ल्यूडी ने नोटिस जारी कर 31 जनवरी तक का समय दिया। निर्माण एजेंसी नोटिस के बाद भी समयसीमा में काम पूरा नहीं कर पाई। इस पर पीडब्ल्यूडी के अफसरों ने अभी तक कार्रवाई नहीं की।
आठ किलोमीटर की फोरलेन सड़क का निर्माण दिसंबर 2018 में पूरा होना था। पीडब्ल्यूडी ने नोटिस जारी कर 31 जनवरी तक का समय दिया। निर्माण एजेंसी नोटिस के बाद भी समयसीमा में काम पूरा नहीं कर पाई। इस पर पीडब्ल्यूडी के अफसरों ने अभी तक कार्रवाई नहीं की।
कहां-कहां बने खतरनाक स्पॉट
सीवन चौराहे पर दो तरफ से फोरलेन सीसी का निर्माण हो गया है। पुरानी जेल की तरफ से आने वाले रास्ते और गंगा आश्रम की ओर से जाने वाली फोरलेन सड़क के बीच में करीब सात फीट जगह खाली पड़ी है। अस्पताल की तरफ से आने वाला पूरा टै्रफिक इसी से निकलता है। यहां हर समय हादसे का डर बना रहता है।
इंदौर नाके तिराहे पर भी फोरलेन का निर्माण पूरा नहीं हुआ है। यहां पर पेट्रोल पंप की साइड में सीसी निर्माण कार्य अभी तक नहीं हुआ है। दूसरी साइड सड़क की ऊंचाई अधिक होने के कारण वाहनों को निकलने में दिक्कत होती है। बार-बार इंदौर नाके पर टै्रफिक जाम होता है।
भोपाल नाके पर भी सड़क के समतल नहीं होने के कारण हादसे का डर बना रहता है। यहां पर इंग्लिशपुरा रोड के नीचे होने के कारण मेन रोड से आवाजाही करने वाले वाहनों को निकलने में दिक्कत होती है। निर्माण कार्य की लगातार मॉनीटरिंग की जा रही है। निर्माण एजेंसी जितना काम लेट करेगी उतनी ही पेनाल्टी लगेगी। – राजेश रैकवार, ईई पीडब्ल्यूडी