डायरेक्टर स्तर पर इसकी जांच कराई गई और जांच के बाद सोमवार को एनआइएमएचआर के डायरेक्टर ने डिप्टी रजिस्ट्रार की सेवा समाप्त कर दीं। डिप्टी रजिस्ट्रार पर 1.46 लाख गबन करने के आरोप भी तय हुए हैं।
एनआइएमएचआर प्रशासनिक अधिकारी डॉ आनंद किशोर पांडेय के मुताबिक पुनर्वास संस्थान सीहोर के डिप्टी रजिस्ट्रार का कार्यभार प्रगति पाण्डेय को दिया गया है।
मो. अशफाक के खिलाफ लगे आरोपों के बाद केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने कुछ अनियमितताओं के पाए जाने पर अप्रेल में ग्वालियर के निर्माणाधीन डिसेबल स्पोर्ट सेंटर के उपनिदेशक पद से भी हटाया गया था।
25 एकड़ भूमि और 180 करोड़ में बनेगा पीएम का ड्रिम प्रोजेक्ट-
यह देश का पहला और एकमात्र मानसिक रोगियों का पुनर्वास संस्थान है, जिसकी कल्पना प्रधानमंत्री ने की। जिसकी स्थापना मध्यप्रदेश के सीहोर जिले के सैकड़ाखेड़ा गांव में की गई है। यह केंद्र भोपाल-इंदौर हाईवे पर 25 एकड़ जमीन पर लगभग 180 करोड़ रुपए की लागत से निर्माणाधीन है। फिलहाल यह पुराने जिला पंचायत भवन में संचालित है।