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कर्ज में डूबे किसान ने की आत्महत्या, SDM बोले- पारिवारिक कलह में दी जान

locationसीहोरPublished: Sep 30, 2020 08:39:09 pm

Submitted by:

Shailendra Sharma

किसान ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, परिजन बोले कर्ज से परेशान थे तो वहीं एसडीएम ने कहा पारिवारिक कलह के कारण किसान ने की खुदकुशी..

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सीहोर. सीहोर के नापलाखेड़ी गांव में एक किसान ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। एक तरफ किसान के परिजन कर्ज से परेशान होने की बात कह रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ एसडीएम ने खुदकुशी की वजह पारिवारिक कलह बता रहे हैं। बताया जा रहा है कि किसान के पास 6 एकड़ जमीन थी और उसने 3 एकड़ खेती भाड़े पर ली थी जिसमें सोयाबीन की फसल लगाई थी। परिजन का ये भी कहना है कि कुछ दिन पहले ही मकान बनाने के लिए किसान ने 5 लाख रुपए का कर्ज लिया था और 2 लाख रुपए का उस पर सोसायटी और बैंक और समूह का कर्जा था।

घर पर फांसी लगाकर की खुदकुशी
नापलाखेड़ी गांव के किसान नन्दू लाल वर्मा ने घर पर ही फांसी लगाकर खुदकुशी की है। सुबह जब उनके बेटों ने शव को देखा तो पुलिस को सूचना दी जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची। किसान नन्दू लाल वर्मा के बड़े भाई प्रेम सिंह ने बताया कि नन्नू लाल वर्मा के पास छह एकड़ जमीन है। तीन बेटे संतोष वर्मा (35), रामेश्वर वर्मा (31) और सबसे छोटा सतीश वर्मा (28) खेती करते हैं। दो बड़े बेटों संतोष और रामेश्वर की शादी हो चुकी है और परिवार बड़ा होने के कारण कच्चे मकान में गुजारा नहीं हो रहा था, कुछ महीने पूर्व ही पांच लाख रुपए कर्ज लेकर पक्के मकान का निर्माण कराया था। पांच लाख मकान और दो लाख रुपए सोयाइटी, बैंक और समूह का कर्जा पहले से ही था। तीन एकड़ जमीन भाड़े पर खेती के लिए ले रखी थी। पूरी जमीन पर सोयाबीन की खेती की थी उम्मीद थी कि फसल आने पर कुछ कर्ज चुका लेंगे लेकिन बारिश और पीला मोजक के कारण पूरी तरह से फसल बर्बाद हो गई। किसान बीमा का पैसा भी नहीं मिला इसी कारण नन्दु लाल परेशान रहता था और इसी के चलते उसने खुदकुशी कर ली।

 

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पुराने मकान पर जाकर की आत्महत्या
गांव में किसान का परिवार दो जगह रहता है। एक बेटा रामेश्वर अपने परिवार के साथ अभी कच्चे मकान में ही रहता है और बड़ा बेटा संतोष और सबसे छोटा सतीश वर्मा नए निर्माणाधीन मकान में शिफ्ट हो गए हैं। किसान के परिजन ने बताया कि रोज की तरह मंगलवार रात को खाना खाने के बाद नन्नू लाल सो गए, लेकिन बीते चार-पांच दिन से वह काफी तनाव में थे। बार-बार कर्ज चुकाने को लेकर चिंता व्यक्त कर रहे हैं। रात को अचानक उठे और बिना किसी को बताए छोटे बेटे रामेश्वर के यहां पहुंचे और बिना बताए एक कमरे में गए और फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली, सुबह जब परिजन ने देखा तो तत्काल पुलिस को बताया और शव को अस्पताल लेकर आए, जहां से पीएम के बाद शव पुन: परिजन के सुपुर्द कर दिया। पुलिस ने मर्ग दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।

रात को बेटे के साथ हुआ था पिता का झगड़ा
किसान के परिजन जहां कर्ज से परेशान होकर खुदकुशी करने की बात कह रहे हैं वहीं दूसरी तरफ सीहोर एसडीएम आदित्य जैन ने एक वीडियो जारी कर बताया कि नापलाखेड़ी गांव में किसान के आत्महत्या करने को लेकर जांच में सामने आया है कि रात को किसान का झगड़ा बेटे के साथ हुआ था, जिसकी सूचना उन्होंने पुलिस को डायल 100 पर भी दी थी। डायल 100 के तैनात स्टाफ ने समझाइश दी थी, जिससे मामला शांत हो गया, लेकिन दु:खी होकर किसान नन्नू लाल वर्मा ने आत्महत्या की है।

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