पैदल चलकर बाढ़ पीड़ितों का हालचाल लिया
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने पूरे गांव का जायजा लिया। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने गांव के लोगों को आश्वसन दिया कि इंग्लिश पूरा गांव की समस्या का जल्द ही समाधान किया जाएगा। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने एक एक बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात भी की।
सीहोर को कैसे बचाएं बाढ़ से, इंजीनियर्स की टीम बनाएगी प्लान
सीहोर में तेज बारिश होने के साथ ही सीहोर शहर का ड्रेनेज सिस्टम फेल हो जाता है और बाढ़ की स्थिति बन जाती है। शहर में तेज बारिश होते ही बाढ़ की स्थिति बन गई और करोड़ों रुपए का नुकसान हो गया। दो साल पहले भी शहर में बाढ़ आई थी।
एक्शन प्लान तैयार करने की कवायद शुरू की
9 जुलाई 2016 को शहर में ऐसी बाढ़ आई कि जिला प्रशासन को नाव चलाकर घरों की छत पर कैद व्यक्तियों को निकालना पड़ा। इस बार बाढ़ की समस्या को लेकर हुए जिला प्रशासन ने एक्शन प्लान तैयार करने की कवायद शुरू की है।
जलभराव की समस्या से निपटा जा सके
कलेक्टर गुप्ता ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का सर्वे करने के लिए तीन सदस्यीय इंजीनियर्स की एक टीम बनाई है। यह टीम उन सभी बस्तियों का सर्वे करेगी, जहां पर जलभराव की स्थिति बनती है। यह टीम सर्वे के बाद कलेक्टर को न केवल सुझाव देगी, बल्कि टेक्निकल प्रपोजल भी बनाकर देगी, जिससे उपेक्षित निर्माण करार्य कराकर जलभराव की समस्या से निपटा जा सके।
टीम में सीनियर्स को मिली जगह
कलेक्टर अजय गुप्ता ने बाढ़ से निपटने के लिए प्लान तैयार करने जो टीम बनाई है, उसमें सड़क इकाई के महाप्रबंधक यशवंत सक्सेना, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के कार्यपालन यंत्री यूएल रामटेके एवं लोक निर्माण विभाग के अनुविभागीय अधिकारी एनके जैन को रखा गया है। तीन सदस्यीय यह टीम देवनगर, ब्रह्मपुरी, कोतवाली चौराहा, बाजार क्षेत्र, नवनी पीडब्लयूडी रोड़ से लगी कॉलोनियों का भ्रमण कर प्लान तैयार करेंगी।
कार बीच में बंद हो गई थी
पुलिस के अनुसार बुधवार को भोपाल नेहरु नगर निवासी जितेन्द्र शर्मा पुत्र ब्रजकिशोर शर्मा उम्र 32 साल और देवकीनंदन पुत्र गिरधारी लाल उम्र 30 साल कार से खंडवा जा रहे थे, तभी रेहटी में कोलार नदी पर बने झोलियापुर डैम पर रपटे के ऊपर से निकल रहा था। निकलते समय पानी का बहाव तेज होने के कारण कार बीच में बंद हो गई थी।
युवक सुरक्षित अपने घर चले गए
युवक कार सहित पानी के बीच में फंस गए। पुलिस ने ग्रामीणों के सहयोग से रस्सी की मदद से युवकों को सुरक्षित बाहर निकाला। पुलिस ने जब कार को निकालने का प्रयास किया तो कार रपटे से नीचे चली गई, जिसे बहाव कम होने के बाद क्रेन मशीन से बाहर निकाला गया। युवक सुरक्षित अपने घर चले गए हैं।