पुलिस के जवान लगे व्यवस्था संभालने
सोसायटी में खाद लेने करीब 250 से अधिक किसान पहुंचे थे, लेकिन दिनभर में 200 किसानों को ही खाद वितरण हुआ।पुलिस जवानों को तैनात किया था, जिससे काफी हद तक शांति व्यवस्था बनी रही।सोसायटी में यूरिया नहीं होने से इसे लेने आए किसानों को मायूस भी लौटना पड़ा।प्रबंधन की माने तो सोसायटी में 400 टन डीएपी की डिमांड भेजी थी, जिसमें 250 टन आया है। इसी तरह 500 की जगह 100 टन यूरिया और 400 जगह 175 टन एसएसपी खाद ही आया है।
बाजार से खरीद रहे खाद
जिले की कई सोसायटियों में पर्याप्त खाद नहीं पहुंचने से किसान डीएपी, एसएसपी, यूरिया बाजार से खरीदने मजबूर हैं। बाजार में भी यूरिया का संकट बना हुआ है।आष्टा क्षेत्र में तो हालत यह बन गए कि किसान दुकानों पर इसकी बुकिंग तक करा रहे हैं। जिससे कि दुकान पर खाद आने के बाद उनको समय पर मिले और परेशान नहीं होना पड़े।यूरिया की अभी जरूरत नहीं है, लेकिन बोवनी बाद सिंचाई के समय इसकी बहुत आवश्यकता लगेगी। उस दौरान परेशानी नहीं हो उसे देखते हुए भी किसान अभी से व्यवस्था करने में जुटे हैं।