बैठक में जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष सुरेश गुप्ता ने कहा कि कांग्रेस में बाहरी लोग आ रहे हैं, जिस पर प्रभारी मंत्री आरिफ अकील ने नाराजगी व्यक्त करते हुए गुप्ता को हिदायत दी कि वह शांत रहें, यह हाईकमान का फैसला है। प्रभारी मंत्री के सख्त तेवर देख सभी कार्यकर्ता शांत हो गए। मालूम हो, तीन दिन पहले ही पूर्व विधायक रमेश सक्सेना, जिला सहाकरी बैंक की अध्यक्ष उषा सक्सेना और जिला पंचायत अध्यक्ष उर्मिला मरेठा कांग्रेस में शामिल हुई हैं। इससे पहले यह नेता सीहोर जिले में भाजपा के दिग्गज माने जाते थे। विधानसभा में भाजपा से टिकट नहीं मिलने के लेकर पार्टी से बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़े और चुनाव हारने के बाद कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। जिले का प्रभारी मंत्री बनने के बाद कांग्रेस कमेटी कार्यालय में पहली बार पहुंचे आरिफ अकील ने कार्यकर्ताओं को 2 मिनट 45 सेकंड तक संबोधित किया। अल्प समय में उन्होंने कहा कि बंजर जमीन में खेती करने आया हूं। लोकसभा में चारों विधानसभा सीट पर कांग्रेस को चुनाव जिताना है। कार्यकर्ता, पदाधिकारी ईमानदारी से काम करें। यदि कोई अधिकारी कार्यकर्ता को परेशान करता है या भ्रष्टाचार करता है तो मुझे बताएं, मैं अपने स्तर से कार्रवाई करूंगा। बैठक के अंत में प्रभारी मंत्री ने कहा कि मैं ब्लॉक स्तर तक जाऊंगा, सभी एक अकेले में चर्चा करूंगा। अकील ने अपने शायराना अंदाज में कार्यकर्ताओं को शेर भी सुनाया, उन्होंने कहा मैं अकेला ही चला था जाने मंजिल बगैर, लोग आते गए कारवां बनता गया…। बैठक में जिला अध्यक्ष रतन सिंह ठाकुर, पूर्व विधायक शैलेन्द्र पटेल, रमेश सक्सेना, सुरेन्द्र सिंह ठाकुर, राकेश राय, ओमदीप आदि मौजूद थे।
अस्पताल का निरीक्षण, दो मरीज के बीच एक कंबल
पहली बार दौरे पर आए प्रभारी मंत्री से कांग्रेस कार्यकर्ता को शिकायत दर्ज कराई कि जिला अस्पताल की स्थित बहुत खराब है। इलाज कराने के लिए मरीज बहुत परेशान होते हैं। कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बात सुन प्रभारी मंत्री आरिफ अकील बिना किसी सूचना के जिला अस्पताल पहुंच गए। प्रभारी आरिफ अकील के जिला अस्पताल पहुंचते ही कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। प्रभारी मंत्री ने महिला और पुरूष वार्ड का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान प्रभारी मंत्री को एक पलंग पर दो-दो मरीज और दो मरीज के बीच एक कंबल मिला, जिसे लेकर प्रभारी मंत्री ने नाराजगी व्यक्त की। सिविल सर्जन भरत आर्य को जल्द ही अस्पताल की व्यवस्थाओं में सुधार करने के आदेश दिए हैं। प्रभारी मंत्री ने मरीजों से भी बातचीत की। मरीजों से डॉक्टर्स के आने-जाने का समय पूछा और बीच-बीच में कर्मचारियों को फटकार भी लगाते दिखाई दिए।
ड्राइवर की भर्ती पर लगी रोक हटाने की मांग
मध्य प्रदेश शासकीय वाहन चालक यांत्रिकी कर्मचारी संघ ने रविवार को प्रभारी मंत्री आरिफ अकील को ज्ञापन दिया। ज्ञापन के माध्यम से ड्राइवर की भर्ती पर लगे प्रतिबंध को हटाने, स्थाई कर्मियों को नियमित करने और शासकीय कार्यलाय से टेक्सी प्रथा को बंद करने की मांग की गई। संघ के जिलाध्यक्ष अतहर भाई के नेतृत्व में प्रभारी मंत्री से कहा कि शासकीय वाहन दुर्घटना होने पर वाहन चालकों को विभाग के तरफ से वाकील उपलब्ध कराने और वाहन चालक के कार्य को देखते हुए साल में 13 माह का वेतन दिए जाने की मांग की गई। ज्ञापन देने वालों में जिला सचिव करीम भाई, प्रदीप मालवीय, ओम डाबी, रमेश पाठक, बबलू यादव, हसीन भाई, नर्मदा प्रसाद, कमल भाई, विजय मीना, इशाक भाई, भोला भाई, रविंद्र राठौर, फिरोज खान, नरेश मालवीय आदि शामिल हैं।