प्रतियोगिता का शुभारंभ जिला शिक्षा अधिकारी एसपीएस बिसेन और आवासीय खेलकूद संस्था के प्राचार्य आलोक शर्मा, जिला क्रीड़ा अधिकारी भरतलाल शर्मा ने किया। संभागीय प्रतियोगिता के माध्यम से चयनित टीम राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भोपाल संभाग का प्रतिनिधित्व करेगी। प्रतियोगिता में 14, 17 एवं 19 वर्ष बालक एवं बालिका वर्ग के रोमांचक मुकाबले खेले जा रहे हैं। सभी मुकाबले काफी रोचक रहे हैं।
19 वर्ष बालिका वर्ग में भोपाल की ऐश्चर्या डेनियल और रायसेन की खुशी गुप्ता के बीच शह-मात का खेल खेला गया, जिसमें ऐश्चर्या डेनियल ने विजयश्री प्राप्त की। दूसरा मैच सौम्या तिवारी रायसेन, आस्था दुबे भोपाल के बीच खेला गया, जिसमें आस्था दुबे भोपाल ने जीत हासिल की। इसी प्रकार तीसरा मैच दीक्षा मूलचंदानी भोपाल और ईशा शर्मा सीहोर के बीच खेला गया, जिसमें दीक्षा मूलचंदान ने विजयी प्राप्त की।
प्रतियोगिता में माधव यादव, अताउल्ला खान, निजाम खान महेन्द्र शर्मा, अर्पित, सतेन्द्र कुंशवाह, आशीष शर्मा, नीलू गेहलोत, महिमा शर्मा, अंकित दांगी, अभिषेक गेहलोत आदि ने सहयोग किया।
प्रतियोगिता के परिणाम
– 14 वर्ष बालक वर्ग: पहला मैच अनंत जोशी सीहोर एवं काव्यांश अग्रवाल भोपाल के बीच मैच खेला गया। अनंत जोशी सीहोर ने विजय प्राप्त की।
– 17 वर्ष बालिका वर्ग: अर्पिता शर्मा सीहोर और समिधा शर्मा भोपाल के बीच मैच खेला गया, जिसमें समिधा शर्मा सीहोर विजयी रही हैं। दूसरा मैच वैष्णवी सोनी रायसेन और काव्याश्री भोपाल के बीच खेला गया। काव्यश्री ने विजय हासिल की।
— 14 वर्ष बालिका वर्ग: माही शर्मा विदिशा एवं नीति चंद्रवंशी सीहोर के बीच मैच खेला गया। मैच में माही शर्मा सीहोर विजयी रही। दूसरा मैच अंशिका साहनी रायसेन अनुष्का जैन भोपाल के बीच हुआ, जिसमें अनुष्का जैन भोपाल ने जीत प्राप्त की।
— 17 वर्ष बालक: आदर्श जैन विदिशा और निश्चय बेलानी सीहोर के बीच खेला गया, जिसमें निश्चय बेलानी ने विलय हासिल की। — 19 वर्ष बालक: हर्ष सिंह राजपूत भोपाल एवं प्रथम गुर्जर रायसेन के बीच मैच खेला गया, जिसमें हर्ष सिंह राजपूत भोपाल विजयी रहे हैं।
इधर, साध्वी ने बच्चों को दिलाया ये संकल्प:-
वहीं दूसरी ओर आष्टा में दिगंबर जैन समाज के पर्यूषण महापर्व महोत्सव के अंतिम दिन गुरुवार को श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर दिव्योदय तीर्थ क्षेत्र किला पर दोपहर में संस्कार शिविर का आयोजन किया गया।
वहीं दूसरी ओर आष्टा में दिगंबर जैन समाज के पर्यूषण महापर्व महोत्सव के अंतिम दिन गुरुवार को श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर दिव्योदय तीर्थ क्षेत्र किला पर दोपहर में संस्कार शिविर का आयोजन किया गया।
आर्यिका अपूर्वमति माताजी की उपस्थिति में समाजजन द्वारा निर्णय लिया गया कि बालिकाएं अब जींस नहीं पहनेगी और ना ही छोटे कपड़े पहनेगी। नेट दार कपड़े पहनने से आर्यिका ने मना किया है। अपने माता-पिता का सिर नीचा ना हो ऐसा कोई कार्य नहीं करने की प्रेरणा भी आर्यिका ने दी।
अनंत चतुर्दशी के अवसर पर किला मंदिर पर धर्म संस्कृति के रक्षार्थ भावी पीढ़ी को संस्कार व आधुनिकता की दौड़ में सुरक्षित रखने हेतु संस्कार शिविर का विशेष आयोजन किया गया। आर्यिका अपूर्वमति माताजी ने उपस्थित समाज के बालक बालिकाओं, युवक-युवतियों को संदेश दिया कि वह ऐसा कोई कार्य न करें, जिससे माता-पिता का सिर नीचा हो।
गैर समाज में शादी ना करने के साथ अच्छी लगन के साथ पढ़ाई करने की प्रेरणा भी दी। आर्यिका अपूर्वमति माताजी ने पूछा कि आपको मम्मी पापा की बातें मानना चाहिए या नहीं। प्रतिदिन मंदिर जाने, अच्छी तरह से पढ़ाई करने, मोबाइल का उपयोग कम करने के लिए पापा-मम्मी कहते हैं तो यह बात आपको बुरी अवश्य लगती है, लेकिन आपके भविष्य के लिए ही वह यह सब कहते हैं।
प्रत्येक माता-पिता चाहते हैं कि उनके बेटा-बेटी का अच्छा जीवन बने और अच्छी पढ़ाई करके अपना नाम रोशन करें, उनकी बुद्धि ना भटके, गलत मार्ग पर ना जाए। आदि प्रेरणादायी बातें कही। उन्होंने कहा कि यदि आपके घर के आसपास में मंदिर है तो पहले प्रभु के दर्शन करें, उसके पश्चात ही भोजन करें। मंदिर नहीं है तो भावना भाकर णमोकार महामंत्र बोलकर ही भोजन करना चाहिए। रात में भोजन नहीं करने की प्रेरणा भी दी।
सूर्यास्त से पहले भोजन करना चाहिए। माता-पिता की इज्जत धूमिल न करें। मम्मी बेटा-बेटी को गलत शिक्षा नहीं देती और न ही गलत बोलती है। उन्होंने समाज के अध्यक्ष यतेंद्र जैन भूरु, महामंत्री कैलाशचंद जैन, समाज के वरिष्ठ एससी जैन, कैलाशचंद जैन, महेंद्र जैन आदि की उपस्थिति में सभी बालिकाओं-युवतियों को जींस एवं छोटे कपड़े नहीं पहनने का संकल्प दिलाया।