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इंजीनियर भावना चली धर्म की राह, सन्यास लिया साधवी बनी

locationसीहोरPublished: Mar 14, 2018 02:41:52 pm

धाड़ीवाल परिवार की बेटी इंजीनियर भावना धाड़ीवाल ने सब कुछ त्याग कर धर्म के मार्ग को चुना।

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सीहोर/आष्टा। मोह माया, सांसारिक सुविधा को छोड़ धर्म के मार्ग पर आग्रसर होने जा रही दीक्षार्थी का वरघोड़ा जुलूस निकला तो पूरा शहर धर्ममयी हो गया। जैन समाज ही नहीं बल्कि सभी समाज के लोगों ने अगवानी कर फूलों की बारिश कर स्वागत किया। बैंडबाजे की धुन पर छोटे से लेकर बड़े तक थिरकते हुए चल रहे थे तो सांस्कृतिक प्रस्तुति का नजारा भी देखने को मिला। हजारों लोग इस धार्मिक आयोजन के साक्षी बने।

महोत्सव मनाया गया
नगर के लिए गौरव की बात है कि धाड़ीवाल परिवार की बेटी इंजीनियर भावना धाड़ीवाल ने सब कुछ त्याग कर धर्म के मार्ग को चुना। उनका दीक्षा महोत्सव पिछले ११ मार्च से शुरू होकर १४ मार्च चलेगा। हर दिन कई धार्मिक आयोजन किए जा रहे हैं। मंगलवार को सन्यास और संयम की ओर अग्रसर दीक्षार्थी धाड़ीवाल का वर्षीदान वरघोड़ा उनके लौकिक निवास स्थल शांति नगर से निकला। इसमें बैंडबाजे की धुन पर छोटे से लेकर बड़े तक थिरकते हुए चल रहे थे तो इंजीनियर भावना रथ में सवार थी। चल समारोह में सांस्कृतिक प्रस्तुति की झलक भी देखने को मिली।

हर जगह बरसे फूल
चल समारोह गल चौराहा, बुधवारा, परदेशीपुरा, अस्पताल चौराहा, पुरानी सब्जी मंडी, बड़ा बाजार, सिकंदर बाजार आदि मार्गो से निकलते हुए मानस भवन पहुंचा। बीच में कई संगठन सहित अन्य समाज के लोगों ने भी चल समारोह का स्वागत किया। दीक्षा महोत्सव जैन समाज के सुविशाल गछाधिपति दौलत सागर महाराज, जीतरत्न महाराज आदि के सानिध्य में चल रहा है। बुधवार को दीक्षा कार्यक्रम के अंतिम दिन दीक्षार्थी भावना की विदाई होगी।

कंप्यूटर से बीई किया, लेक्चरार भी रही
इंजीनियर भावना ने साल २००६ से २०१० तक उज्जैन में पढ़ाई की। बीई कंप्यूटर साइंस करने के बाद निजी कॉलेज में कई दिन तक लेक्चरार भी रही। इस दौरान नियमित श्वतेबंर जैन मंदिर जाती थी। शिक्षा के साथ ही शुरू से ही उनका धर्म के प्रति लगाव था। इस दौरान वे साध्वी से मिली और उसके बाद इस कठिन मार्ग पर चलने का निर्णय लिया। शहर में निकाले गए चल समारोह के दौरान शहर के चौक चौराहों पर राजनीतिक, सामाजिक संगठनों द्वारा पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया।

सांसारिक सुविधा लुटाई
दीक्षार्थी भावना चल समारोह में जितनी भी सांस्सारिक सुख सुविधा (कपड़े, रुपए सहित अन्य सामग्री) को वर्षीदान (लुटाती) हुई चल रही थी। इस सामग्री को सौभाग्य मानकर हर कोई प्राप्त करने आतुर हो रहा था। उनके हाथ में जैसे ही सामग्री आई तो सिर से लगाकर अपने पास रख लिया। कई ने दीक्षार्थी भावना को नमन भी किया। खास बात यह रही कि चल समारोह का स्काई लिस्ट से पुष्पवर्षा कर स्वागत किया। हजारों की तादाद में इस धार्मिक कार्यक्रम में शहर सहित अन्य जगह से भी जैन समाज के लोगों ने शामिल होकर धर्मलाभ लिया। चल समारोह के बाद अन्य धार्मिक कार्यक्रम आयोजित हुए।

कल्याण का चर्मोत्कर्ष
कल्याण के चर्मोत्कर्ष की भावना से सन्यास अंगीकार करने जा रही नगर गौरव भावना धाड़ीवाल के कठोर निर्णय के चलते श्रद्धा और विरह की मिली-जुली भावना से जैन-जैनेतर नगरवासी नम आंखों से दीक्षार्थी को विदाई दे रहे हैं। इस मौके पर पूर्व सांसद सज्जन सिंह वर्मा, जनपद अध्यक्ष धारासिंह पटेल, नपाध्यक्ष कैलाश परमार, राकेश सुराणा, युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष राजेश राजपूत, समाज अध्यक्ष पारसमल सिंधवी, मंडी संचालक ठाकुर प्रसाद वर्मा, कांग्रेस नेता विनीत सिंगी, पुखराज मेहता, उमेश शर्मा, नगीन सिंगी, मंडी अध्यक्ष धरम सिंह आर्य, निर्मल रांका, सुरेश धाड़ीवाल, सुशील धाड़ीवाल, राहुल, धाड़ीवाल, पराग धाड़ीवाल,पवन सुराणा, सुरेश सुराणा, नीरज सुराणा, जितेंद्र शोभाखेड़ी, पुनित तिवारी आदि उपस्थित थे।

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