पुराने भोपाल इंदौर हाइवे पर मेहतवाड़ा के समीप नेवज नदी में कई साल पहले पुल बनाया था। जिसकी समय पर देखरेख और मरम्मत नहीं होने केे कारण यह जर्जर हो गया है। इसकी रेलिंग टूट गई है तो कई जगह दरार देखने को मिल रही है। इसके बावजूद मरम्मत की दिशा में कोई गंभीरता नहीं दिखा रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि कई बार विभागीय अफसरों को अवगत कराया है। उसके बावजूद किसी ने ध्यान नहीं दिया है। जिससे कभी भी बड़ा हादसा होने से इंकार नहीं किया जा सकता है। उल्लेखनीय है कि इसी तरह से आष्टा का पार्वती और पपनास नदी पर बने पुल की हालत खराब है। इन दोनों पुल पर यातायात का भार बढ़ते ही क्षमता घट गई है। इसी प्रकार बोरखेड़ा गांव स्थित पार्वती नदी मेंं बना छोटा पुल पिछले कई साल से कई गांव के लोगों का इम्तिहान ले रहा है। इसकी जमीन से ऊंचाई महज तीन फीट के करीब होने से बारिश के मौसम में थोड़ा बहुत पानी गिरा की जलमग्न हो जाता है। जिससे रास्ता कटने के कारण लोगों को तकलीफ उठाना पड़ती है।
नहीं सुधरी बिगड़ी व्यवस्था
आष्टा. शहर में बिगड़ी व्यवस्था सुधरने का नाम नहीं ले रही है। सड़कों पर दुकानदारों ने अतिक्रमण कर लिया है तो दो और चार पहिया वाहन चालकों ने पार्किंग जोन बनाकर रख दिया है। इससे आवजाही करने वाले लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ गया है। आष्टा नगर में पार्किंग बनाने पुलिस प्रशासन ने कई बार प्लान तो तैयार किया, लेकिन लापरवाही का आलम यह है कि वह अनदेखी की भेंट चढ़ गया। इससे आज भी बड़ा बाजार, बुधवारा सहित अन्य जगह पर दिन में कई बार जाम लगना आम बात हो गई है। इस जाम में फंसने के बाद लोग अपने आपके साथ ही अफसरों को कौसते हुए नजर आते हैं। बता दे कि यह समस्या लंबें समय से चली आ रही है। इसके बाद भी निराकरण नहीं होना सिस्टम की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े करता है।