सीहोर। एक तरफ जहां ज्योतिषशास्त्री मौसम विज्ञान के आंकड़ों के आधार पर मौसम की भविष्यवाणी करते हैं। वहीं प्राकृतिक जीव-जंतु भी भविष्य की सूचनाएं देने में पीछे नहीं हैं। मसलन टिटोरी के अंडे। लोकमान्यता के अनुसार, टिटहरी का अंडे देना बारिश के लिहाज से शुभ संकेत माना जाता है। ग्रामीण मानते हैं कि टिटोरी जितने अंडे देती है। उतने ही महीने में बारिश होती है।
बुंदेलखंड के अलावा अब मालवा में भी कई जगह पर टिटहरी के अंडों से बारिश का अनुमान लगाया जाता है। इस बार टिटहरी ने 4 अंडे दिए हैं। भले ही आज विज्ञान इस बात को न माने, पर किसान इसी तरह से वर्षा का अनुमान कर खेती किसानी करते हैं।
कुल चार माह बारिश, तीन माह होगी तरबतर
जिला मुख्यालय से लगे गांव चंदेरी गांव के तरु मेवाड़ा के खेत में टिटहरी ने 4 अंडे दिए हैं। किसान एमएस मेवाड़ा ने बताया की वर्षा तो 4 माह तक होगी, लेकिन कितनी तेज होती है। इसका अनुमान इस बात से लगाया जा रहा है कि तीन अंडे खड़े हैं और एक बैठा है।इससे बारिश तीन माह अच्छी होने का अनुमान लगाया जा रहा है।