इस बार अच्छी बारिश के चलते किसानों को खेत में पलेवा करने की जरूरत नहीं पड़ रही है। किसान सोयाबीन फसल की कटाई होते ही खेत को बखरने के बाद बोवनी कर रहे हैं। सिद्दीकगंज, धुराड़ा, कवटिया, श्यामपुरा, पीथापुरा, बापचा, जसमत, उमरदड़, सामरी सहित अन्य गांव में शनिवार से बोवनी कार्य चालू हो गया है।
गेहूं का बढ़ा है रकबा
जिले में कृषि विभाग ने 3 लाख 94 हजार 380 हेक्टेयर रबी फसल का रकबा निर्धारित किया है। इसमें गेंहू का रकबा बढ़ा है तो चने का घटा है। उल्लेखनीय है कि पिछले साल 3 लाख 60 हजार 600 हेक्टेयर में बोवनी हुई थी। किसानों का कहना है कि इस साल पलेवा करने की जरूरत है।
कई खेत में भरा पानी, बनी है नमी
कई किसानों के निचली जगह वाले खेतों में बारिश का भरा हुआ पानी अब तक सूखा ही नहीं है। वहीं कई किसान के खेत में नमी बनी हुई है, जिससे वह खेत को बखर तक नहीं पा रहे हैं। सोयाबीन कटाई के दौरान भी खेत में ट्रैक्टर नहीं पहुंच रहे हैं, जिससे किसानों को मजदूर लगाकर फसल को खलिहान में एकत्रित कराना पड़ रहा है। इससे उनको परेशानी का भी सामना करना पड़ रहा है।