अनशनकारी ने कहा कि प्रशासन द्वारा जबरदस्ती मुझे अनशन समाप्त करने का दबाव बनाया जा रहा है, किन्तु जब तक स्कूल की जमीन से अतिक्रमणकारियों का अतिक्रमण नहीं हटाया जाएगा तब तक मेरा अनशन जारी रहेगा। इसके लिए चाहे मेरी जान भी चली जाए, तो मुझे कोई परवाह नहीं है पूरे गांव का मुझे समर्थन प्राप्त है।
ज्ञातव्य है कि लाड़कुई के सरकारी स्कूल की जमीन पर अतिक्रमणकारियों द्वारा अतिक्रमण किया गया है। इसको हटाए जाने की मांग गांव के ही कांग्रेसी नेता कंचनसिंह ठाकुर द्वारा पिछले 5 वर्षों से की जा रही है। मांग पूरी नहीं होने पर एवं शासकीय भूमि से अतिक्रमण नहीं हटाए जाने से नाराज होकर कंचन सिंह ठाकुर ने अनशन प्रारंभ कर दिया है।
अनशन का आज तीसरा दिन था प्रशासन की ओर से एसडीएम तहसीलदार नायब तहसीलदार डॉक्टर आज अनशन स्थल पर पहुंचे और कंचन सिंह ठाकुर से अनशन समाप्त करने का दबाव बनाने लगे।
प्रशासन के द्वारा जबरदस्ती मेरा अनशन समाप्त कराया जाने का दबाव बनाया जा रहा है किंतु जब तक स्कूल की सास की भूमि से अतिक्रमण नहीं हटाया जाएगा, तब तक मेरा अनशन जारी रहेगा। इसके लिए चाहे मेरी जान भी चली जाए तो मुझे कोई परवाह नहीं है।
अनशनकारी ने ने बताया कि तीन दिन मुझे अनशन पर बैठे हो गए हैं प्रशासन की ओर से कोई सुध नहीं ली गई है मैंने अनशन पर बैठने की पूर्व सूचना दी थी अनशन पर बैठने वाले व्यक्ति की डॉक्टर द्वारा अनशन पर बैठने से पहले जांच की जाती है, किंतु तीन दिन में पहली बार आज डॉक्टर आया जिसने मेरा वजन किया, लेकिन मुझे मेरा वजन तक नहीं बताया कि कितना है। केवल मुझे इतना बताया गया कि आपका बीपी बढ़ा हुआ है इसलिए आपको अनशन समाप्त करना है।
मुझे जबरदस्ती उठाने का किया प्रयास
अनशनकारी कंचन सिंह ठाकुर ने आरोप लगाया कि प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा जबरदस्ती मेरा अनशन समाप्त कराया जाने का दबाव बनाया जा रहा है। मुझे जबरदस्ती उठाकर ले जाने लगे किंतु गांव के लोगों ने विरोध किया, तो प्रशासनिक अधिकारी वापस चले गए। मैंने जब अधिकारियों से पूछा कि शासकीय स्कूल की शासकीय भूमि पर जो अतिक्रमणकारियों द्वारा अतिक्रमण किया गया है।
उसके संबंध में अब तक आपने क्या कार्रवाई की, मैंने अतिक्रमण हटाए जाने की मांग को लेकर अनशन प्रारंभ किया है क्या वहां से अतिक्रमण हटा दिया गया है इस पर अधिकारियों के द्वारा कोई जवाब नहीं दिया। साथ ही उन्होंने अफसरों पर अतिक्रमणकारियों से मिले होने का आरोप भी लगाया। अनशनकारी ने बताया कि मुझे शंका है कि रात में प्रशासन के द्वारा मेरे साथ जोर जबरदस्ती की जा सकती है अगर ऐसा हुआ तो मेरा आंदोलन और उग्र हो जाएगा।