गर्भवती महिलाओं और बच्चों को एक—एक किलो चने- मध्यप्रदेश को कुपोषण मुक्त बनाने के लिए प्रदेशभर की आंगनवाड़ी में पहले से ही पौष्टिक आहार का वितरण किया जा रहा है। इसी कड़ी में गर्भवती महिलाओं और तीन वर्ष से ऊपर के बच्चों को एक—एक किलो चने के वितरण के निर्देश भी दिए गए थे। दरअसल कोरोना काल में राशन दुकानों से गरीबों को बंटने वाला चना और तुअर दाल बच गए थे. इसे आंगनवाडि़यों में वितरित कर दिए जाने के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने निर्देश दिए थे।
इस मामले में जिला खाद्य विभाग, नागरिक आपूर्ति विभाग और महिला बाल विकास विभाग के अधिकारी कह रहे अलग—अलग बात -सीएम के निर्देश को दो माह बीत जाने के बाद भी गर्भवती महिलाओं और बच्चों को चना और तुअर दाल नहीं दी गईं। हकीकत तो यह है कि अभी तक जिले में आंगनवाडि़यों तक चना पहुंचा ही नहीं है। जिला खाद्य विभाग, नागरिक आपूर्ति विभाग और महिला बाल विकास विभाग के अधिकारी इस मामले में अलग—अलग बात कह रहे हैं. अधिकारियों का कहना है कि अभी जिले भर में चने का परिवहन चल रहा है। सोसाइटियों तक करीब 50 प्रतिशत चना पहुंच चुका है। पूरा पहुंचने के बाद ही एक साथ वितरण किया जाएगा।
जिले में उपलब्ध स्टाक
चना— करीब 180 मैट्रिक टन
तुअर दाल — करीब 183 मैट्रिक टन