जानकारी के अनुसार परिसीमन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद सीहोर जनपद पंचायत में ग्राम पंचायत की संख्या 144 से बढ़कर 152 हो गई है। यहां पर आठ नई पंचायतों का गठन किया गया है। इसके साथ ही सीहोर जनपद पंचायत के करीब 12 गांव परिसीमन की प्रक्रिया में एक से दूसरी ग्राम पंचायत में गए हैं। इसके साथ ही नसरुल्लागंज में परिसीमन के बाद नई ग्राम पंचायत तो नहीं बनी है, लेकिन बगवाड़ा ग्राम पंचायत के नारायणपुरा गांव को सीगांव ग्राम पंचायत में जोड़ा गया है। इसके साथ ही इछावर जनपद पंचायत में 70 से बढ़कर ग्राम पंचायत की संख्या 71 हो गई है। यहां पर रामपुरा गांव को नई पंचायत बनाया गया है, यह गांव अभी तक सिराड़ी पंचायत में आता था। इस हिसाब से अब सीहोर जनपद पंचायत में 152, इछावर में 71, नसरुल्लागंज में 87, बुदनी में 62 और आष्टा में 134 ग्राम पंचायत हो गई हैं।
परिसीमन से प्रभावित नहीं आष्टा और बुदनी जनपद
परिसीमन की प्रक्रिया पूरे जिले में की गई है, लेकिन इस प्रक्रिया का आष्टा और बुदनी जनपद पंचायत पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है। हालांकि इन जनपद पंचायतों में भी परिसीमन को लेकर कुछ दावे-आपत्ति प्राप्त हुए थे, लेकिन परिसीमन की जरूरत नहीं होने को लेकर दावे-आपत्ति का एसडीएम स्तर पर ही निराकरण हो गया, जिसके चलते यह दोनों जनपद पंचायत प्रभावित नहीं हुई हैं।
बदलीं जनपद और जिला पंचायत के वार्ड की सीमाएं
परिसीमन की प्रक्रिया के बाद जिले में जिला पंचायत और जनपद पंचायत के कुछ वार्ड की सीमाएं भी बदल गई हैं। सबसे ज्यादा प्रभाव सीहोर जनपद पंचायत में पड़ा है। जिला प्रशासन ने जिले में परिसीमन की प्रक्रिया एक अगस्त से प्रारंभ की थी। 22 अगस्त को अंतिम रूप से दावे-आपत्तियों का निराकरण किया गया और उसके बाद गुरुवार को परिसीमन की बाद प्रकाशन कर दिया।