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शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस सरकार पर हल्ला बोलते हुए तहसील परिसर में ही डाला डेरा, बनाई दाल-बाटी

locationसीहोरPublished: Sep 24, 2019 11:34:02 am

पूर्व सीएम ने खुद सुनी किसानों की समस्याएं,किसानों के साथ तहसील में रात को रुके शिवराज सिंह ने बुलवाई भजन मंडली

शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस सरकार पर हल्ला बोलते हुए तहसील परिसर में ही डाला डेरा, बनाई दाल-बाटी

शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस सरकार पर हल्ला बोलते हुए तहसील परिसर में ही डाला डेरा, बनाई दाल-बाटी

सीहोर/नसरुल्लागंज. मध्य प्रदेश सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नसरुल्लागंज में विरोध प्रदर्शन किया।

शिवराज सिंह चौहान ने दोपहर करीब डेढ़ बजे नगर के बस स्टैंड पर सभा में किसानों को संबोधित किया और उसके बाद रैली के रूप में शाम चार बजे तहसील कार्यालय पहुंचे।
उन्होंने जनता की अदालत लगाई। एक-एक कर करीब एक हजार किसानों की समस्याएं सुनीं, आवेदन लिए और जब लेट हुए तो रात 8 बजे घोषणा की कि वह तहसील परिसर में ही रुकेंगे।

भाजपा नेता और कार्यकर्ता शिवराज सिंह चौहान की मंशा को पहले ही भांप चुके थे। तत्काल तहसील परिसर में दाल-बाटी बनाने की सामग्री और मनोरंजन के लिए भजन मंडलियां बुलाई गईं। अब एक तरफ शिवराज सिंह चौहान भजन सुन रहे हैं, वहीं दूसरी तरह कंडों से बाटियां सिक रही हैं।
शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस सरकार पर हल्ला बोलते हुए तहसील परिसर में ही डाला डेरा, बनाई दाल-बाटी
तहसील परिसर में शिवराज सिंह चौहान के साथ विदिशा सांसद रमाकांत भार्गव और करीब दो सौ किसान डेरा डाले हुए हैं। बताया जा रहा है कि सुबह 9 बजे से पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान फिर से जनता की अदालत लगाएंगे और यह अदालत जब तक चलेगी, तब तक कि कलेक्टर मौके पर पहुंचकर किसानों की समस्याएं नहीं सुनते हैं।

तहसील परिसर में बनी दाल-बाटी
प्रदेश सरकार के खिलाफ पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा किए गए जन आंदोलन में बुदनी विधानसभा और आसपास के क्षेत्र से करीब छह हजार लोग शामिल हुए हैं। बस स्टैंड से सभी पूर्व मुख्यमंत्री के साथ 4 बजे तहसील कार्यालय के लिए रवाना हुए।
बस स्टैंड से तहसील कार्यालय 500 मीटर दूरी तय करने में करीब आधा घंटे का समय लगा है। यहां पर शिवराज सिंह चौहान ने एक-एक से किसानों के पास माइक भेजकर उनकी समस्याएं सुनी और मौके पर मौजूद एसडीएम को निराकरण के निर्देश दिए।
जनता की अदालत खत्म होने के बाद अधिकांश किसान अपने-अपने घर चले गए हैं। करीब 200 भाजपा नेता और कार्यकर्ता पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ तहसील कार्यालय में रूके हैं। तहसील कार्यालय परिसर में ही सभी के लिए दाल-बाटी बनाई जा रही हैं।
शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस सरकार पर हल्ला बोलते हुए तहसील परिसर में ही डाला डेरा, बनाई दाल-बाटी
सरकार ने किसानों के साथ की वादा खिलाफी
नगर के बस स्टैंड पर सभा को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने प्रदेश की प्रदेश सरकार पर वादा खिलाफी की आरोप लगाए। पूर्व सीएम ने कहा कि कमलनाथ की सरकार ने जनता को धोखे में रखकर पीठ में छुरा खोपा हैं।
प्रदेश की जनता परेशान हैं और कमलनाथ और उनके मंत्री बंगलों में बैठे हुए हैं। जनता की फिक्र नहीं है। कांग्रेस के नेता मुझे ही कोस रहे है। कांग्रेस नेता नहीं आ रहे, इसलिए मुझे धरने पर बैठकर जनता को न्याय दिलाने की आवश्यकता पड़ी है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने दो लाख तक का कर्जा माफ किए जाने का वादा किया था, वह पूरा नहीं हो सका है। किसानों के खाते में भावंतर की राशि भी नहीं पहुंची है। मक्का का समर्थन मूल्य किसानों को नहीं दिया जा रहा है।
किसानों का बिजली बिल हाफ किए जाने का वादा किया गया था, उस पर भी सरकार खरी नहीं उतरी। बड़े-बड़े बिजली के बिल प्रदेश की जनता के पास पहुंच रहे है। आरोप लगाया कि कन्यादान योजना के तहत 51 हजार की राशि दिए जाने की बात कही थी, वह भी पूरी नहीं हो सकी।
झलकियां :
– सोयाबीन की खराब फसल को लेकर मंच पर बैठे पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा नेता।
– रैली के रूप में खुली गाड़ी से नगरवासियों का अभिवादन करते हुए तहसील कार्यालय पहुंचे पूर्व सीएम
– रात को तहसील कार्यालय में रुकने का निर्णय लेते ही बालिकाएं पहुंच गई पूर्व सीएम की आरती उतारने।
– तहसील कार्यालय में भजन मंडलियों के साथ शिवराज सिंह भी गुनगुनाए।
– सुबह 11 बजे कलेक्टर अजय गुप्ता नसरुल्लागंज पहुंचकर पूर्व सीएम से कर सकते हैं मुलाकात
– तहसील परिसर में रात को भजन मंडल और दाल-बाटी बनाने की अनुमति की बात पर अफसरों ने साधी चुप्पी
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इधर,शिवराज को बिजली कंपनी ने भेजा था नोटिस : Noitce to shivraj singh …
वहीं दूसरी ओर पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान का शेरपुरा स्थित जो मकान कभी विदिशा का सीएम हाउस कहलाता था, उस पर बिजली कंपनी का 1 लाख 21 हजार रुपए से ज्यादा का बिल बकाया था।
बिजली कंपनी ने इसकी वसूली के लिए नोटिस भेजा और विधायक शशांक भार्गव ने भोपाल में इसे लेकर हल्ला मचाया तो सोमवार को बिजली बिल की राशि जमा करा दी गई।

बिजली कंपनी के इंद्रप्रस्थ जोन से सहायक यंत्री कार्यालय से यह नोटिस लीलाबाई के नाम से भेजा गया था। गौरतलब है कि शिवराज सिंह चौहान ने व्यापार महासंघ अध्यक्ष मुन्नाभैया जैन से ये मकान 1995 में किराए पर लिया था।
उस समय चौहान सांसद थे, तब से लगातार यह मकान उनके ही पास है। इसी मकान का बिल लीलाबाई के नाम से आता है, और इसी नाम से नोटिस भी बिजली कंपनी ने भेजा था।
नोटिस में कहा गया था कि आपके बिजली बिल की 1 लाख 21317 रुपए बकाया है। पूर्व में सूचना दी गईथी, लेकिन आपने बिजली बिल का पूरा भुगतान नहीं किया।

अब अंतिम अवसर दिया जाता है कि 7 दिन में बकाया बिल की पूरी राशि जमा कराएं अन्यथा बिना सूचना दिए आपसे संबंधित सभी प्रकार के बिजली कनेक्शन काट कर वसूली की कार्रवाई की जाएगी।
इसके लिए चल-अचल संपत्ति कुर्क करने का भी प्रावधान है। यदि इसके बाद अनाधिकृत तरीके से बिजली चालू की गईतो भारतीय विद्युत अधिनियम के तहत कार्रवाईकी जाकर प्रकरण विशेष न्यायालय में दर्ज कराया जाएगा, जिसमें तीन साल की जेल और 10 हजार रुपए तक का जुर्माने का प्रावधान है।
साथ ही काटे गए कनेक्शन को खुद के द्वारा जोडऩे पर विद्युत लाइनों से छेड़छाड़ करने के अपराध में एफआइआर कराईजा सकती है। इस मामले में भवन के मालिक मुन्नाभैया जैन का कहना है कि हमने 1995 में शिवराज सिंह चौहान को ये मकान किराए से दिया था। तब से वे ही भवन का उपयोग कर रहे हैं। कनेक्शन किसके नाम से है, लीलाबाई कौन है, इसकी जानकारी हमें नहीं हैं।
जिस मकान में शिवराज सिंह रहते हैं उसका बिजली कनेक्शन लीलाबाई के नाम से है। ये कौन हैं इसकी जानकारी नहीं है। वसूली के लिए लीलाबाई के नाम से नोटिस जारी किया गया था। लेकिन इसकी बकाया राशि सोमवार को जमा करा दी गई है।
– अवधेश त्रिपाठी, उप महाप्रबंधक बिजली कंपनी विदिशा

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