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सीहोर

एक साल से अलग रह रहे पति-पत्नी के बीच समझौता हुआ तो परिजन की आंख से छलक उठे खुशी के आंसू

लोक अदालत में कोई मायूस लौटा तो कोई खुश…

सीहोरMar 11, 2019 / 11:29 am

Anil kumar

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लोक अदालत

सीहोर। हर बार की तरह इस बार भी जिलेभर में लोक अदालत का आयोजन हुआ। जिसमें कई लंबित प्रकरण का निपटारा कर राशि की वसूली गई। सबसे ज्यादा न्यायालय से संबंधित प्रकरण में एक करोड़ रुपए से अधिक की वसूली गई गई है। लोक अदालत में जिनके प्रकरण में समझौता हुआ वह तो खुश नजर आए, लेकिन जिनके में नहीं हुआ वह मायूस लौट गए। पति पत्नी के बीच लंबें समय से चले आ रहे प्रकरण में समझौता हुआ तो परिजन की आंख से आंसू छलक उठे।


जिला न्यायाधीश अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ऋ षभ कुमार सिंघई के नेतृत्व में जिला और तहसील स्तर पर लोक अदालत का आयोजन हुआ। जिला न्यायालय परिसर में मां सरस्वती की प्रतिमा एवं गांधी की प्रतिमा में पुष्प अर्पित कर सिंघई ने इसका शुभारंभ किया। इसमें मुख्य रूप से कलेक्टर गणेशशंकर मिश्रा, एसपी शिशेन्द्र कुमार चौहान, न्यायाधीश नीना आशापुरे थे। जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने लोक अदालत में लगाए विभिन्न विभागों के स्टाल का निरीक्षण कर जानकारी ली।

तीन साल से चल रहे प्रकरण में समझौता
न्यायालय में सुनीता गोयल न्यायिक मजिस्टेट प्रथम श्रेणी सीहोर में पिछले करीब तीन साल से चल रहे घरेलू हिंसा के प्रकरण में टेकिया निवासी काजल मालवीय और हेमंत मालवीय का घरेलू हिंसा का प्रकरण चल रहा था। इसमें न्यायाधीश एवं अधिवक्ता की समझाइश पर दोनों पति पत्नी के बीच चला आ रहा विवाद समाप्त होकर समझौते में बदल गया। समझौता होने के बाद जब दोनों एक हुए तो परिवार के सदस्यों की आंखों में आंसू आ गए थे।

इतने रखे गए प्रकरण
जिला एवं तहसील स्तर पर आयोजित लोक अदालत में 17 खंडपीठों के माध्यम से 305 आपराधिक प्रकरण रखे थे, जिसमें 10 का निराकरण किया गया। इसी तरह से 530 पराक्रम्य प्रकरण रखे गए जिसमें 75 प्रकरण का निराकरण हुआ। वहीं मोटर दुर्घटना दावा के 116 प्रकरण में से 11 प्रकरण, बिजली चोरी के लंबित मामले 362 में से 37 का निराकरण हुआ। इसमें 2 लाख 72 हजार 195 रुपए की वसूली हुई। अतिरिक्त प्रकरणों के अतिरिक्त बिजली चोरी से संबंधित प्रीलिटिगेशन के 3 हजार 469 प्रकरण रखे गए, जिसमें 116 का निराकरण हुआ और 10 लाख 3 हजार 807 रुपए की वसूली हुई।

नगरपालिका से संबंधित संपत्तिकर एवं जलकर के 703 प्रीलिटिगेशन प्रकरण रखे गए, जिसमें 224 का निराकरण हुआ और 18 लाख 321 राशि की वसूली हुई। बैंक से संबंधित प्रीलिटिगेशन के 4 हजार 32 प्रकरण में से 60 का निराकरण हुआ। इसमें 22 लाख 66 हजार 175 वसूली हुई। इस प्रकार प्रीलिटिगेशन मामलों में 51 लाख 40 हजार 503 की वसूली हुई।

न्यायालय में लंबित 1954 प्रकरण में से 183 निराकृ त हुए और 1 करोड़ 62 लाख 45 हजार 799 की वसूली हुई। इस अवसर पर विशेष न्यायाधीश अफ सर जावेद खान, प्रथम अपर जिला न्यायाधीश अनिता बाजपेई, द्वितीय अपर जिला न्यायाधीश नवीन कुमार शर्मा, तृतीय अपर जिला न्यायाधीश स्मृतासिंह ठाकुर, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट शिवलाल केवट, न्यायिक मजिस्ट्रेट जफ र इकबाल, सुनीता गोयल, ज्योत्सना आर्य, रिनी खान, भारतसिंह रघुवंशी, जागृति सचिन चंद्रिकापुरे आदि उपस्थित थे।

न्यायालय परिसर में हुआ कई प्रकरणों का निपटारा…
आष्टा। न्यायालय परिसर आष्टा में भी लोक अदालत का आयोजन हुआ। तहसील विधिक सेवा समिति के अध्यक्ष न्यायाधीश सरिता वाधवानी, न्यायधीश गिरीश कुमार शर्मा, मनोज कुमार भाटी, सारिका भाटी ने इसका शुभारंभ किया। अपर जिला न्यायधीश के न्यायालय में चल रहे हिंदू विवाह अधिनियम के प्रकरण में वाधवानी ने बजरंग कॅालोनी निवासी संदीप पिता सिद्दूलाल और उसकी पत्नी पूजा के मध्य हुए विवाद को उनके अधिवक्ता एडवोकेट धीरज धारवां एवं जीएल मालवीय से मध्यस्थ्ता कराकर एक साल से अलग रहने के बाद समझौता कराया। न्यायालय मे कुल 16 प्रकरणों का निराकरण हुआ। जिसमें 9 लाख 459 हजार 68 रुपए की वसूली हुई। इसी तरह से अन्य प्रकरण में भी समझौता कराक वसूली की गई।

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