नसरुल्लागंज के छीपानेर और आसपास गांव के नर्मदा घाट से रेत भरने के बाद माफिया उसको दूसरी जगह परिवहन करते है। गोपालपुर में इन डंपरों की चैकिंग होती तो माफिया छिपानेर के समीप ही लगे देवास जिले के गांव पिपलनरिया की रायल्टी बताते थे।
15 पुलिस जवानों के साथ पिपलनेरिया पहुंचे
मंगलवार को वास्तविकता जानने खनिज विभाग के एमए खान, माइनिंग इंस्पेक्टर खुशबू वर्मा, एसडीएम ब्रजेश सक्सेना, तहसीलदार पीसी पांडे, नायब तहसीलदार एसआर देशमुश और गोपालपुर टीआई ऊषा मरावी 15 पुलिस जवानों के साथ पिपलनेरिया पहुंचे। खनिज अधिकारी एमए खान ने बताया कि पिपलनेरिया में जिस जगह से संकल्प स्टील प्राइवेट लिमिटेड रायल्टी जारी करता था, वहां सिर्फ 8 डंपर के करीब पुराना रेत का स्टाक मिला।
साथ ही जांच में रेत परिवहन और स्टाक के कोई निशान नहीं मिले। उसके बावजूद यहां की रायल्टी से 20 से 25 डंपर रेत के रोजाना निकल रही थे। खनिज अधिकारी ने बताया कि इससे जाहिर होता है कि फर्जी रायल्टी के आधार पर यह काम हो रहा था। खनिज अधिकारी ने मौके से ही कलेक्टर अजय गुप्ता से इस मामले को लेेकर बात की। कलेक्टर ने खनिज अधिकारी को इसका सत्यापन कर कार्रवाई करने देवास कलेक्टर को प्रतिवेदन देने के निर्देश दिए हैं।
रेत के डंपर किए जब्त
इधर पुलिस ने लाड़कुई चौकी के लाचोर टीकामोड़ के पास से दो और लाचोर बावड़ीखेड़ा के पास से एक अवैध रेत का डंपर
पकड़ा है। बताया जा रहा है कि सात रेत के डंपर थे, जिसमें पुलिस की कार्रवाई की भनक लगते ही चार डंपर चालक रेत खाली कर फरार हो गए।
रेत स्टाक को किया नष्ट
खनिज विभाग को छीपानेर और कोलारी के ग्रामीणों ने शिकायत दर्ज कराते हुए बताया था कि सड़क किनारे ही कुछ लोगों ने रेत का स्टाक कर लिया है। जिससे आवाजाही में परेशानी हो रही है। इसे देखते हुए अमला छीपानेर पहुंचा तो इसकी हकीकत सामने आ गई। छीपानेर से नर्मदा सड़क और खेतों में माफियाओं ने रेत का स्टाक कर रखा था। इसी तरह की स्थिति कोलारी में थी। अमले ने 8 जेसीबी की मदद से रेत स्टाक को नष्ट किया है।
कार्रवाई की है
पिपलनेरिया में जांच की तो वहां पर रेत स्टाक और परिवहन के कोई संकेत नहीं मिले हैं। इससे फर्जी रायल्टी जारी होना प्रातीत हो रहा है। मामले की जांच की जा रही है। छीपानेर और कोलारी में रेत के अवैध स्टाक को नष्ट किया है।
एमए खान, जिला खनिज अधिकारी सीहोर