यहां हो रहा ऐसा कि रात में पानी रहता है भगवान भरोसे
बैराज तक पहुंचा पानी, अब चोरी होने से बचाना चुनौती

आष्टा. रामपुरा डैम से 15 दिन पहले छोड़े गए पानी ने पार्वती नदी के आष्टा शंकर मंदिर स्थित बैराज तक दस्तक दे दी है। इस पानी को चोरी होने से बचाने नगर पालिका ने 12 सदस्यों की टीम बनाई है। टीम दिन में तो निगरानी करती है, लेकिन रात में नदी का पानी भगवान भरोसे ही रहता है। यह स्थिति तब है जब किसान रात में भी मोटर चलाकर नदी के पानी का दोहन करते हैं। नपा ने इस और ध्यान नहीं दिया तो वह दिन दूर नहीं जब डैम से वापस पानी छुड़ाने की नौबत आ सकती है। वहीं शहर की जनता को पानी किल्लत के रूप में परेशानी भुगतना पड़ेगी।
बीते वर्ष हुई अच्छी बारिश और समय पर पार्वती बैराज के गेट लगने से नदी लबालब हो गई थी, लेकिन लगातार चोरी होने से नदी खाली हो गई थी। नगर पालिका ने आनन फानन में सिंचाई विभाग को दो लाख रुपए का भुगतान कर तीन फरवरी को रामपुरा डैम से 2.5 एमसीएम (मीलियन क्यूबिक मीटर) पानी छुड़वाया था। यह पानी बैराज तक पहुंच गया है। हालांकि पानी आने की स्लो रफ्तार होने के कारण बैराज को लबालब होने में अभी भी एक सप्ताह का समय लगेगा। इस पानी को चोरी होने से बचाने नगर पालिका ने स्पेशल टीम बनाकर उसमें एक दर्जन कर्मचारियों को शामिल किया है। कर्मचारियों को जिम्मेदारी दी गई है कि वह दिन में निरंतर नदी किनारे पहुंचकर मॉनीटरिंग करे। कर्मचारी दिन में तो यह काम करते हैं, लेकिन रात में कोई पता नहीं रहता है। इसका फायदा नदी किनारे के किसान चोरी छिपे नदी में मोटर रखकर पानी से फसल में सिंचाई कर उठा सकते हैं। बावजूद नपा इस दिशा में गंभीर नहीं है।
क्यों है नदी खास
आष्टा शहर के लिए पार्वती नदी का पानी सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण माना जाता है। नपा इसी पानी को फिल्टर कर पूरे शहर के 18 वार्डाे में सप्लाई करती है। इस पानी से करीब 90 हजार की आबादी अपनी प्यास बुझाने के साथ अन्य कार्य में उपयोग लेती है। वर्तमान में नपा एक दिन छोड़कर पानी सप्लाई कर रही है। उल्लेखनीय है कि दो साल पहले आए भयंकर जलसंकट के चलते नगर पालिका को गांवों से टैंकर से पानी लाकर लोगों की प्यास बुझाना पड़ी थी। उस समय लोगों ने जिस तरह से जलसंकट का सामना किया था, उसे आज तक नहीं भूल पाएं हैं। उनका कहना है कि नदी के पानी को सुरक्षित नहीं बचाया तो वह दिन दूर नहीं जब ऐसे ही हाल इस बार भी बन सकते हैं।
पांच हजार आबादी परेशान
जावर तहसील के मेहतवाड़ा की पांच हजार आबदी कई समय से पानी समस्या से जूझ रही है। कहने को इस गांव में नलजल योजना है लेकिन वह शोपीस बनकर शोभा बढ़ाने काम कर रही है। जलस्तर नीचे जाने से हैंडपंप ने दम तोड़ दिया है तो कई रुक-रुककर पानी दे रहे हैं। इससे लोगों को इधर-उधर से पानी लाकर काम चलाना पड़ रहा है जिससे उनके कामकाज प्रभावित हो रहे हैं। लोगों ने बताया कि काफी समय से इस परेशानी का सामना कर रहे हैं, जिसे दूर करने अफसर, जनप्रतिनिधियों को शिकायत दर्ज कराई फिर भी सुनवाई नहीं हुई है। इससे लोगों में आक्रोश भी देखने को मिल रहा है।
वर्जन...
पार्वती नदी के पानी की मॉनीटरिंग करने 12 सदस्यों की टीम बनाई है। यह टीम दिनभर निगरानी करती है। अभी कही से भी कोई पानी चोरी करते हुए मोटर नहीं मिली है। यदि कोई पानी चोरी करते मिलेगा तो मोटर जब्त करने के साथ उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
देवेंद्रसिंह चौहान, इंजीनियर नगर पालिका आष्टा
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