आष्टा में पुराने भोपाल इंदौर हाइवे पर पार्वती नदी पुल से प्रतिदिन करीब ५० हजार से ज्यादा लोगों का आना जाना होता है। पुल की चौड़ाई कम होने की वजह से हर दिन जाम लगना आम रहता है। इससे आवाजाही प्रभावित होने से जाम तक के हालात निर्मित हो जाते हैं। दूसरी समस्या यह भी है कि पुल पुराना होने और ट्रैफिक का दबाव बढऩे से बड़ा हादसा होने की भी अशंका बनी रहती है। इस समस्या को दूर करने नया ब्रिज बनाने की मांग की जा रही थी। पिछले साल नदी में ब्रिज बनाने की स्वीकृति के बाद ब्रिज कॉर्पोरेशन विभाग ने इसका सर्वे कार्य किया, लेकिन वर्कआर्डर सहित अन्य प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी है।
करना होगा अभी इंतजार
ब्रिज कॉर्पोरेशन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि १५ जून से बारिश का मौसम शुरू होने से कोई सा काम नहीं होता है। इसलिए प्रक्रिया पूरी होती है तो भी ब्रिज का काम चालू नहीं हो सकेगा। अफसर १५ अक्टूबर के बाद से जरूर काम प्रारंभ होने की बात कह रहे हैं। ऐसे में इसके बनने के लिए लोगों को अब अगले साल तक का इंतजार करना पड़ेगा। उल्लेखनीय है कि नदी में ब्रिज बनने के बाद आष्टा को यह एक बड़ी सौगात मिलेगी।
पपनास नदी को है इंतजार
आष्टा के भोपाल नाका और किलेरामा जोड़ के बीच पपनास नदी के पुल की हालत किसी से छिपी नहीं है। यह पुल वर्षो पुराना होने से अपनी दुहाई का दुखड़ा खुद बयां कर रहा है। पुल ऊपर से अच्छा दिखे, लेकिन अंदरूनी स्तर पर हालत खराब हो गर्ई है। पुल की जगह नया ब्रिज बनाने लोग लंबें समय से कयाष लगाए बैठे हैं, लेकिन लापरवाही का आलम यह है कि कोई इस दिशा में ध्यान नहीं दे रहा है। लोगों का कहना है कि पुल की तरफ इस तरह से ही अनदेखी की तो बड़ी दुर्घटना होने से इनकार नहीं किया जा सकता है।