जानकारी के अनुसार तहसील से आष्टा क्षेत्र के 35 से अधिक अतिक्रमकारियों को नोटिस जारी हुए हैं। यह वह लोग हैं जिन्होंने सरकारी जमीन पर कब्जा कर लिया है। प्रशासन ने इन लोगों को अल्टीमेटम देकर खुद ही अतिक्रमण हटाने का कहा है। प्रशासन की दी गई समय सीमा में अतिक्रमकारियों ने अवैध कब्जा नहीं हटाया तो उनके यहां अमला जेसीबी के साथ पहुंचकर सख्ती से हटाएगा। तहसील से नोटिस जारी होते ही अतिक्रमणकारियों में हड़कंप की स्थिति भी बन गई है। उल्लेखनीय है कि आष्टा सेमनरी रोड किनारे अतिक्रमण करने वाले एक दर्जन लोगों को भी नोटिस दिया गया है।
रास्ता तक हो गया गायब
अतिक्रमकारियों के हौशले कितने बुलंद है इसका अंदाजा इससे भी लगाया जा सकता है कि वह रास्ते तक को नहीं छोड़ रहे हैं। टांडा पंचायत के मालीखेड़ी गांव में ही प्राथमिक स्कूल से सीधे तलाई होकर तालाब तक जाने वाले सरकारी रास्ते पर अवैध कब्जा हो गया है। कुछ साल पहले तक लंबा चौड़ा नजर आने वाला यह सरकारी रास्ता अब तीन फीट का भी नहीं बचा है। सर्दी, गर्मी के मौसम में तो लोग जैसे तैसे निकल जाते हैं, लेकिन बारिश के चार महीने बड़े मुश्किल भरे निकलते हैं। किसानों को अपने खेत तक जाने के लिए यह महत्वपूर्ण रास्ता है। इस रास्ते से कब्जा कटाकर मुरम डालकर ठीक करने किसान लगातार मांग कर रहे हैं, लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ है।
आधा दर्जन जगहों पर हुई कार्रवाई
प्रशासन ने पुलिस के साथ अब तक आधा दर्जन स्थानों पर कार्रवाई कर सरकारी जगह को मुक्त कराया है। इसमें किलेरामा, कोठरी, दुपाडिय़ा, आष्टा गोकुल धाम के पीछे, नीलबड़ आदि जगह कार्रवाई कर अतिक्रमण हटाया गया है। इन जगहों पर कई लोगों ने तालाब, तलैया की जमीन पर तक कब्जा कर लिया था। उल्लेखनीय है कि इस तरह से अन्य जगहों पर भी अतिक्रमण हो गया है। प्रशासन को जल्द ही एक मुहिम चलाना चाहिए।
वर्जन…
हमारी तरफ से सरकारी जमीन से अवैध अतिक्रमण हटाने के लिए कार्रवाई की जा रही है। कई लोगों को नोटिस जारी किया है। उन्होंने स्वेच्छा से अतिक्रमण नहीं हटाया तो कार्रवाई कर हटाया जाएगा।
आरएस मरावी, तहसीलदार आष्टा