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जानिए ऐसा क्या हुआ, 20 गांव के लोग करेंगे हल्ला बोल आंदोलन

locationसीहोरPublished: Jun 08, 2021 10:50:11 am

Submitted by:

Anil kumar

ग्रामीणों ने तैयारी की पूरी, आंदोलन में शामिल होने चलाया हस्ताक्षर अभियान

 आंदोलन

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आष्टा. एक दशक से खाचरौद-धुराड़ा कलां सड़क बदहाल होकर अपनी दुहाई का दुखड़ा खुद बयां कर रही है। सड़क की इतनी हालत बेकार हो गई है कि डामर की जगह गड्ढे और पत्थर, बोल्डर के सिवाय कुछ देखने नहीं मिलेगी। इन्हीं से रोजाना 15 हजार से अधिक लोग गिरते, उठते सफर करने मजबूर हैं। दो पहिया वाहन चालक हादसे का शिकार होकर अस्पताल पहुंच रहे हैं, लेकिन अफसर-जनप्रतिनिधियों को लगता है कि इससे कोई मतलब नहीं है। उन्होंने वाह-वाही के चक्कर में 6 महीने पहले जोरशोर से भूमिपूजन किया, लेकिन कार्य चालू कराने में पूरी तरह से विफल और नाकाम साबित हुए।

पत्रिका ने इस सड़क का ग्राउंड जीरो पर जाकर हाल जाना तो स्थिति भयावह मिली। हर एक फीट की दूरी पर छोटे, बड़े गड्ढे थे। डामर का कोई पता नहीं था तो बड़े आकार के मुरम, बोल्डर पड़े थे। इन्हीं से दो पहिया चालक सावधानी पूर्वक निकल रहे थे, जबकि बड़े वाहन के पुर्जे तक हिल रहे थे। सड़क से निकलकर जा रहे सामरी के मनीष मालवीय से पत्रिका टीम ने चर्चा की तो दबी जुबान में एक ही बात कहता नजर आया कि बस अब लापरवाही बहुत हुई जल्द कार्य का श्रीगणेश होना चाहिए। इससे थोड़ी दूर मिले मुकेश कुमार का कहना था कि जनप्रतिनिधि वोट लेने आते हैं, लेकिन समस्या दूर करने में उदासीन बन जाते हैं। यह खराब सड़क इसका एक बहुत बड़ उदाहरण पेश कर रही है।

इन गांव के लिए प्रमुख
जिले के धुराड़ा कलां, गोविंदपुरा, बर्रूखाल, बरखेड़ी, झांझनपुरा, सिद्दीकगंज, सुशीलनगर, श्यामपुरा, जसमत, देहमत, इलाही, बापचा बरामद, नौगांव, खाचरौद, पगारिया हाट, सामरी बौंदा, सामरी मानसिंह, सामरी कनीराम, सामरी झाला सहित दो दर्जन गांव से अधिक गांव के लोग आना जाना करते हैं। देवास जिले के हाट पिपलिया आदि जगह भी लोग इसी से जाते हैं। अभी कई लोगों को रास्ता बदलकर चक्कर खाते हुए जाना पड़ रहा है।

10 से होगा आंदोलन
इधर ग्रामीणों ने इस सड़क को लेकर मोर्चा खोल दिया है। वह गांवों में जाकर लोगों से हस्ताक्षर करा रहे हैं। सोमवार को आष्टा तहसील कार्यालय पहुंचकर एसडीएम विजय कुमार मंडलोई को ज्ञापन सौंपा। अपनी पीड़ा बताते हुए 10 जून से हल्ला बोल आंदोलन करने की चेतावनी दी है। इसमें डेढ़ दर्जन गांव के लोगों के शामिल होने की बात कही है। उल्लेखनीय है कि विधायक ने निर्माण एजेंसी को दो जून तक की मोहलत दी थी, लेकिन सात जून बीतने के बावजूद कुछ नहीं हुआ है। जबकि कुछ दिन बाद बारिश का मौसम चालू होने वाला है, उस दौरान क्या हाल बनेंगे इसका आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है।

एक नजर में सड़क की क्या है स्थिति
– 22 किमी लंबाई
– 60 करोड़ से बनना है
– 20 गांव को जोड़ती
– 15 हजार लोग करते आना जाना
– 02 सीहोर, देवास जिले को जोड़ती
– 08 जनवरी 2021 को हुआ था भूमिपूजन
वर्जन…
ग्रामीणों ने सड़क का कार्य शुरू नहीं होने को लेकर ज्ञापन दिया है। इस सड़क का भूमिपूजन, टेंडर हो गया है। कुछ वित्तीय समस्या है जो शासन स्तर का मामला है। फिर भी इसे लेकर विभागीय अफसरों से चर्चा की जाएगी।
विजय कुमार मंडलोई, एसडीएम आष्टा

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