जिले के किसानों की समस्या कम होने का नाम नहीं ले रही है। गेहूं, चना, मसूर में अधिक तौल और ट्राली तुलाई के नाम पर परेशानी उठाने वाले किसान अब भी परेशान है। बारिश का मौसम नजदीक है। किसान आगामी खरीफ फसल की तैयारी में जुटा हुआ है, लेकिन अनेक किसानों की समस्या यह है कि उनकी जेब खाली है। समर्थन मूल्य पर गेहूं, चना, मसूर की तुलाई कराने के बाद भी उनके खातों में अभी तक रुपया नहीं पहुंचा है। इसके कारण किसान बैंकों के चक्कर काटने पर मजबूर हो रहे हैं।
अनेक किसानों को उपज बेचने एक-एक माह से अधिक का समय हो चुका है, लेकिन उनके खातों में रुपया नहीं पहुंचा है। ग्राम रायपुरा के किसान प्रेम सिंह पिता मिश्रीलाल ने बताया कि उन्होंने 18 मई को अपनी चना उपज की ट्राली बेची थी। अभी तक उनके खातों में उपज का भुगतान नहीं आया है। सीहोर के राम सिंह ने कहा कि उन्होंने गेहूं की उपज बेचे दो माह हो गए है। उन्हें उपज का भुगतान नहीं मिला है। बैंक के भी कई बार चक्कर काटे जा चुके हैं, लेकिन आश्वासन के अलावा भुगतान का पता नहीं है। गेहूं खरीदी का 35 करोड़ अटका समर्थन मूल्य पर गेहूं, चना, मसूर खरीदी का भुगतान एक सप्ताह में किसानों के एकांउड में पहुंच जाना चाहिए, लेकिन अनेक किसानों को उनकी उपज के भुगतान के लिए इंतजार करना पड़ रहा है।
समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी 18 मई तक बंद हो चुकी है, लेकिन इसके बाद भी अभी भी गेहूं खरीदी करीब साढ़े सौ किसानों का 35 करोड़ रुपए का भुगतान किसानों का नहीं हो सका है। जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक की माने तो एक-दो दिनों मे रुपया आते ही किसानों के खाते में राशि पहुंच जाएगी। चना, मसूर, सरसों का करीब 73 करोड़ रुपया बकाया समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी के साथ ही चना, मसूर और सरसो की भी खरीदारी की जा रही है। चने के 32 हजार किसानों में से 23 हजार 145 किसान अपनी उपज बेच चुके हैं। जानकारी के अनुसार समर्थन मूल्य पर किसानों से 60 हजार 465 मैट्रिक टन चना क्रय किया गया है। किसानों से 263 करोड़ 90 लाख रुपए की चना खरीदी में से अभी तक 196 करोड़ 23 लाख रुपए का भुगतान हुआ है।चना खरीदी का करीब 67 करोड़ रुपए बकाया है। इसी तरह मसूर खरीदी का भी 6 करोड़ रुपए का भुगतान किसानों का नहीं हुआ है।
किसानों को उनकी उपज का भुगतान किया जा रहा है। करीब 90 प्रतिशत भुगतान किसानों के खाते में पहुंच गया है। शेष राशि भी किसानों के खातों में धीरे-धीरे पहुंच रही है। प्रवीण रघुवंशी, जिला विपणन अधिकारी सीहोर -किसानों को गेहूं, चना, मसूर उपज का भुगतान किसानों के खाते में पहुंचाया जा रहा है। गेहूं खरीदी का जरूर भुगतान कुछ अटका है। यह भी शीघ्र ही किसानों के खाते में पहुंचाया जा रहा है। शैलेश शर्मा, जिला खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी सीहोर – गेहूं का भुगतान मिलने में शासन से कुछ देरी हुई है। किसानों का करीब 35 करोड़ रुपए अटका है। एक, दो दिन में राशि आते ही किसानों के खाते में पहुंचा दी जाएगी।
मुकेश श्रीवास्तव, सीईओ जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक सीहोर