जानकारी के अनुसार गुरुवार की सुबह जिला पंचायत में भृत्य के रूप में कार्यरत देवनगर कॉलोनी निवासी दिनेश (४०) पिता अनोखी लाल नागर ने आर्थिक तंगी से परेशान होकर जहर (चूहा मार गोली) खा लिया। बताया जाता है कि कर्मचारी दिनेश मूलत: स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत है, लेकिन पिछले कुछ माह से जिला पंचायत में अटैच था, उसे तीन माह से वेतन नहीं मिला था। इसके कारण वह परेशान था। गंभीर अवस्था में दिनेश को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी जेब से चूहा मार दवाई भी मिली है। जिला अस्पताल में उपचारके बाद उनकी हालत सामान्य बताई गई है।
२२ हजार रुपए का चढ़ गया था कर्जा
दिनेश ने पत्रिका को बताया कि उसे तीन माह से करीब ७० हजार रुपए वेतन नहीं मिला था। इसके कारण कारण घर में आर्थिक तंगी की स्थिति आ गई थी। शुगर और वीपी की बीमारी होने के कारण उस पर करीब २२ हजार रुपए का कर्जा चढ़ गया था। उधारी वाले तकाजा लगा रहे थे। वहीं विभाग से वेतन की मांग करने पर बजट आएगा, तब वेतन देने की बात कही जा रही थी। उसकी कोई सुनवाई नहीं हो रही थी। भृत्य दिनेश के बेटे अजय और अजब नागर ने बताया कि पिताजी पिछले कुछ माह से आर्थिक रूप से परेशान नजर आ रहे थे। अजब ने बताया कि आज सुबह पता चला कि उन्होंने उनके पिता ने कोई जहरीली वस्तु खा ली है, तो उन्हें तत्काल उपचार के लिए जिला अस्पताल लाया गया।
उन्होंने हाल ही में चार्ज लिया है। स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी के जहर खाने की जानकारी मिली है। उसकी हालत स्थिर है। सिविल सर्जन को इलाज में पूरी सावधानी बरतने निर्देशित कर दिया गया है। इसके साथ ही वेतन नहीं मिलने के संबंध में जानकारी बुलाई गई है।
प्रभाकर तिवारी, सीएमएचओ सीहोर